रतलाम की स्वर्णा पहली महिला लोको पायलट बनी, रोशन किया प्रदेश का नाम
amit nigam
रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में जिले की स्वर्णा सोनी गुजरात के वलसाड में पहली लोको पायलट बन गई हैं। उनकी इस उपलब्धि ने प्रदेश के साथ ही रतलाम जिले का नाम भी रोशन कर दिया है। सवर्णा 2016 में सहायक लोको पायलट बनी थी। वर्तमान में पदोन्नति होने पर अब वह लोको पायलट बन गई हैं। वलसाड पश्चिम रेलवे के मुंबई डिवीजन में आता है। स्वर्णा से से पहले तक वलसाड में कोई महिला लोको पायलट नहीं थी। रतलाम शहर में जन्मी स्वर्णा बचपन से ही होनहार रहीं। स्वर्णा ने अपनी स्कूली शिक्षा रतलाम में प्राप्त की। कड़ी मेहनत और लगन से इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन से इंजीनियरिंग की डिग्री पूर्ण की। उसके बाद उसकी रेलवे के मुम्बई डिवीजन के वलसाड में 2016 में सहायक लोको पायलट के पद पर नियुक्त हुई थी। बीते 6 वर्षों की मेहनत के बाद 24 जुलाई को पदोन्नति मिली है। स्वर्णा के पति राकेश हिरामण तायड़े भी वलसाड में रसायन एवं धातु-कर्मी अधीक्षक के पद पर नियुक्त हैं।