नेतृत्वहीन मप्र कांग्रेस अस्तित्व बचाने की लडाई लड रही है: सांसद राकेश सिंह

नेतृत्वहीन मप्र कांग्रेस अस्तित्व बचाने की लडाई लड रही है: सांसद राकेश सिंह

किसान, फसल और नदी बचाने के नाम पर कांग्रेस केवल अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश में जुटी हुई है

भोपाल, मध्य प्रदेश में विधानसभा के उपचुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है. एमपी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व जबलपुर से सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला है. राकेश सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने की यात्रा निकाल रही है. किसान, फसल और नदी बचाने के नाम पर कांग्रेस केवल अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश में जुटी हुई है. मध्यप्रदेश में कांग्रेस का ना तो कोई नेतृत्व है और ना ही कोई नेतृत्व लेना चाह रहा है. पूर्व सीएम कमलनाथ के किसान कर्ज माफी का डाटा देने के मसले पर राकेश सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सरकार जाने के बाद भी 6 महीने लग गए 6 किसानों का डाटा देने में. इससे साबित होता है कि प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है. यहां तक कि प्रदेश में कोई भी किसान ऐसा नहीं है, जिसका 2 लाख तक का कर्ज माफ कमलनाथ सरकार ने किया हो. इसके साथ ही राकेश सिंह ने जेईई और नीट की परीक्षाएं टालने की कांग्रेस की मांग पर कहा कि हमे देश को कोरोना के अलावा युवाओं का भविष्य संभालने की चुनोती है. लिहाजा परीक्षा होनी बेहद जरूरी है. मध्यप्रदेश में उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो चुकी है. ऐसे में बीएसपी द्वारा 8 सीट पर उम्मीदवारो की सूची को जारी कर दिया गया है. खुद बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी की जीत के लिए ग्वालियर चंबल अंचल की सीटों पर प्रचार प्रसार में उतरेंगी, जिस पर भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने सियासी चुटकी लेते हुए कहा है कि हर पार्टी उम्मीदवार घोषित करती है. कोई निश्चित समय पर तो कोई समय से पहले. बसपा ने समय से पहले ही उम्मीदवार घोषित किये हैं, जिससे बीजेपी को कोई फर्क नही पड़ने वाला है. पार्टी अपनी कमर कस चुकी है. वहीं वर्तमान में बीजेपी के अंदर पार्टी नेताओं की नाराजगी और पूर्व विधानसभा चुनाव में बागियों द्वारा बिगाड़े गए समीकरण पर राकेश सिंह का कहना है कि इन बातों से उनकी पार्टी को कोई फर्क नही पड़ता. क्योंकि  बागियों के कारण पार्टी को कहीं भी कभी भी नुकसान नहीं हुआ है.