गरीबों को नहीं मिल रहा जेनरिक दवाओं का लाभ, बड़ा मुनाफा कमाने में लगे मेडीकल संचालक

गरीबों को नहीं मिल रहा जेनरिक दवाओं का लाभ, बड़ा मुनाफा कमाने में लगे मेडीकल संचालक

शिवपुरी
शिवपुरी सहित जिलेभर में गरीब जनता को जेनरिक दवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसी के चलते मेडीकल संचालक बड़ा मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं। खासबात यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब जनता को लाभ मिले इसके लिए अंचलभर में जन औषधि केन्द्र खुलवाए गए, लेकिन प्रचार-प्रसार और जागरुकता के अभाव में यह उपेक्षित बने हुए हैं। जानकारी के अनुसार जेनरिक दवाएं बनाने का उद्देश्य गरीब लोगों तक दवा पहुंचाना है क्योंकि इनकी कीमत कम होती है, लेकिन मेडीकल वाले कम कीमत की दवा को भी ज्यादा मुनाफे में बेच रहे हैं।

यह बात मेडीकल स्टोर संचालक अच्छी तरह जानते हैं कि जनऔषधि केन्द्रों पर जेनरिक दवाएं सस्ती मिल सकती हैं बावजूद इसके ग्राहकों को पैकिंग और नाम के आधार पर गुमराह करके लागत से चार गुना अधिक कमाई की औषधि बेची जा रही हैं। इसमें सीधे-सीधे नुकसान ग्राहक का है, वहीं खैरिज विक्रेताओं की बल्ले-बल्ले है। चूंकि ग्राहक को ड्रग्स (साल्ट) की जानकारी नहीं होती है। वह सिर्फ अपने तत्कालिक परेशानी से निजात पाने के लिए मेडीकल स्टोर पर अपनी बीमारी की व्यथा सुनाता है और यहीं से शुरू हो जाता है इन गरीब बेवश लोगों को लूटने का सिलसिला।

चार से पाँच गुना फायदे में दवाओं की बिक्री कर रहे मेडीकल संचालक
जानकारों की मानें तो मेडीकल संचालक लागत से जेनरिक दवाओं पर चार से पाँच गुना ज्यादा फायदा कमा रहे हैं। अधिक लाभ कमाने के फेर में मेडीकल संचालक अधिक से अधिक ग्राहकों को जेनरिक दवाएं ही खफाने के प्रयास में रहते हैं। चूंकि ब्रांडेड कंपनी की (ऐथिकल) दवाओं पर मुनाफा कम होता है इसलिए इन दवाओं को जब तक ग्राहक नाम से नहीं मांगता तब तक मेडीकल संचालक इन्हें बेचने से बचते नजर आते हैं।