बैंक मर्ज होने से अटक गया 5 हजार से अधिक किसानों का भुगतान

रायसेन/देवरी
सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक के बैंक ऑफ इंडिया में मर्ज होने के बाद यह बैंक मप्र ग्रामीण बैंक बन गई है। इसके साथ ही किसानों के खाता नंबर और बैंक का आईएफएससी कोड भी बदल गया है। ऐसी स्थिति में जिन किसानों ने गेहूं और चना बेचने के लिए सोसायटी में इस बैंक का खाता नंबर और आईएफएससी कोड दिया था। उन्हें एक माह से भुगतान नहीं हो पा रहा है।
ऐसे किसानों की संख्या पांच हजार से अधिक बताई जा रही है। इनको 15 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान होना है। किसानों को नए सिरे से यह खाता नंबर और आईएफएससी कोड अपडेट कराना होगा, तभी राशि खाते में आ पाएगी। इससे खरीफ की बोवनी देरी का डर है।