मोंटेनीग्रो मुक्केबाजी टूर्नामेंट में अल्फिया पठान ने भारत को दिलाया पहला स्वर्ण

मोंटेनीग्रो मुक्केबाजी टूर्नामेंट में अल्फिया पठान ने भारत को दिलाया पहला स्वर्ण

नई दिल्ली
भारत के मुक्केबाजों ने मोंटेनीग्रो में चल रहे 30वें एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार रखा है। भारत को इस टूर्नामेंट में अपना पहला स्वर्ण पदक भी शनिवार को मिल गया। भारतीय मुक्केबाज अल्फिया पठान ने 81 किलो भारवर्ग में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलवाया। 2019 की एशियाई जूनियर चैम्पियन अल्फिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मोलदोवा की डारिया कोजोरेव को 5-0 से हराया।

उनके अलावा भारत की तरफ से पांच अन्य मुक्केबाज भी फाइनल में पहुंच गए। बेबीरोजीसना चानू (51 किलो), विंका (60 किलो), अरूंधति (69 किलो) और सनामाचा चानू (75 किलो) ने भी फाइनल में प्रवेश कर लिया।

भारत की ही अन्य मुक्केबाज बेबीरोजीसना ने 51 किलो फ्लायवेट में बंटे हुए फैसले के आधार पर उजबेकिस्तान की फिरोजा काजाकोवा को 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। उधर रोहतक की विंका ने फिनलैंड की सुवी तुजुला को हराया और अब उसका सामना मोलदोवा की क्रिस्टियन काइपेर से होगा। अरूंधति ने अपना मुकाबला 5-0 से जीता। वहीं सनामाचा चानू ने उजबेकिस्तान की सोखिबा रूजमेतोवा को 5-0 से हराया। अब वह फाइनल में हमवतन राज साहिबा से खेलेंगी।

भारत ने 75 किलोवर्ग में दो मुक्केबाज उतारे हैं और फाइनल में दोनों का सामना होगा। अन्य मुकाबलों में नेहा को 54 किलोवर्ग में सेमीफाइनल में चेक गणराज्य की क्लाउडी तोतोवा ने 5-0 से हराया। पुरूष वर्ग में आकाश गोरखा 60 किलो और अंकित नरवाल 64 किलो वर्ग में 3-2 के समान अंतर से हार गए। भारतीय दल ने अब तक 12 पदक पक्के कर लिए हैं जिनमें पांच महिलाएं स्वर्ण पदक जीतने की दहलीज पर हैं।