कांग्रेसी नेताओं के घमंड और अभिमान के कारण गिरी थी सरकार: कार्तिकेय

कांग्रेसी नेताओं के घमंड और अभिमान के कारण गिरी थी सरकार: कार्तिकेय

प्रद्युम्न सिंह ने तो जनता के लिए बलिदान दिया

ग्वालियर 15 विधानसभा उप चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के पुत्र ने ली सभा

युवाओं ने जोरदार किया स्वागत, 70 युवाओं ने ली बीजेपी की सदस्यता

pawan dixit ग्वालियर। पिछले पंद्रह साल से प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी विकास करती आ रही थी। वर्ष 2018 के चुनाव से कुछ महीने पहले ही कांग्रेस ने झूठ का जाल फैलाया। जगह-जगह आंदोलन खडे हो गए। कांग्रेस ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, किसानों का कर्ज माफी जैसे झूठे वायदे किए। इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो सब भूल गए और कांग्रेस नेता घमंड, अभिमान और द्वेष की राजनीत करने लगे। वे अपने ही जनप्रतिनिधियों अनदेखी कर नीचा दिखाने लगे। इसलिए कांग्रेस की सरकार गई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसमें महती भूमिका निभाई। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चैहान ने गदाईपुरा चार शहर का नाका पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्री प्रद्युम्न सिंह चैहान के समर्थन में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कही। वे मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे। उन्होंने सभा में कहा कि कांग्रेसी नेताओं के घमंड और अभिमान के कारण सरकार गिरी थी। प्रद्युम्न सिंह ने तो जनता के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने बचन पत्र को ही भूल गई। जब उनकी सरकार के केबिनेट मंत्री कमलनाथ जी से मिलने जाते थे तो वे मिलते नहीं थे। केबिनेट मंत्रियों के क्षेत्र में विकास के काम नहीं हो रहे थे। इन जनप्रतिनिधियों के मान, सम्मान नहीं हो रहा था। जब महाराज श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने वचन पत्र के वादों को पूरा करने के लिए कहा तो तभी भी कमलनाथ ने नहीं सुनी। महाराज साहब ने जब सडक पर उतरने की बात कही तो कह दिया उतर जाओ। इतना घमंड, इतना अभिमान हो गया था कमलनाथ को। जो प्रतिनिधि सालों से कांग्रेस की सेवा कर रहे थे उनकी अनदेखी और बेज्जती हो रही थी। इसलिए कांग्रेस की सरकार गिरी। कांग्रेस के नेता गद्दार कहते है। भाई, जनता से वचनों को पूरा न करने वाला गद्दार होता है। प्रद्युम्न सिंह तोमर, महाराज साहब ने तो जनता के लिए सर्वश्य त्यागा। प्रद्युम्न सिंह को किस बात की कमीं थी। विधायक वह थे। मंत्री वह थे। लेकिन जनता से छलावा हुआ तो उनकी खुद्दारी जागी और उन्होंने सब कुछ बलिदान किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने नहीं थोपा। इसका मुख्य कारण कांग्रेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ है। उन्होंने हमारी बहन, बेटी की इज्जत करना नहीं आता है। पंद्रह महीने की सरकार में विकास के नाम पर एक उपलब्धि बता दें तो जानूं। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार उन लाखों बहनों की दुआ के कारण आई है जिनके कन्यादान की योजना कांग्रेस ने रोकी थी जिसे भारतीय जनता पार्टी पिछले पंद्रह सरकार से कराती आ रही थी। बीजेपी की पुनः सरकार उन बुजुर्गों के आशीर्वाद के कारण बनी है जो तीर्थदर्शन पर जाते थे और वहां प्रार्थना करते थे। कांग्रेस के नेता प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को नंगाभूखा कहती है। हां हम गरीब परिवार के है। इसलिए संबल योजना गरीबों के लिए चलाते हैं। उन्होंने कहा कि यह धर्म और अधर्म का युद्ध है। भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता धर्म का युद्ध लड रहा है। इस लडाई में महाराज साहब और प्रद्युम्न सिंह भी शामिल हुए हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि विधायक बनने के लिए विधायक पद या मंत्री बनने के लिए मंत्री पद नहीं छोडा। यह सब कुछ तो 2018 के बाद मिल चुके था। मैंने कांग्रेस का साथ और मंत्री पद को क्षेत्र के विकास न हो पाने के कारण छोडा था। बीजेपी में आने के बाद 200 करोड के विकास के सौगात दिला सका हूं। मलगढा, चार शहर का नाका या फिर मरघट रोड अधूरी थी यह सडकें बनवाना थीं। कांग्रेस के मुख्यमंत्री एक पैसा नहीं दे रहे थे। बीजेपी में आने के बाद विकास कार्य शुरु हो सके। उन्होंने कहा कि ग्वालियर शहर को नंबर वन बना दूंगा यह मेरा संकल्प है। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रुप में मौजूद विधानसभा प्रभारी पूर्वमंत्री अजय विश्नोई ने कहा कि कांग्रेस भ्रमित करने वाली राजनीति करती है। भारतीय जनता पार्टी विकास पर विश्वास रखती हैं। उन्होंने कहा कि मैं लगातार पोलिंग स्तर पर मैं बैठक कर रहा हूं। हम सब को ध्यान रखना है कि मतदान के दिन कोरोना से भयभीत मतदाता न हो। हर मतदाता को पोलिंग बूथ तक ले जाना है। पोलिंग बूथ पर वोटिंग करना पूर्णतः सुरक्षित है। सभा में विशिष्ठ अतिथि के रुप में उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम राज्य मंत्री मन्नूलाल कोरी, पूर्व सभापति राकेश माहौर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता अशोक शर्मा मौजूद थे। इस मौके पर 70 युवाओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।