मिनरल वॉटर के टैंक में पड़ी थीं मरी हुई छिपकली

मिनरल वॉटर के टैंक में पड़ी थीं मरी हुई छिपकली

उज्जैन
उज्जैन में मिनरल वॉटर बनाने वाली फैक्ट्री में ही पानी साफ होना तो दूर, ज़हरीला था. प्रशासन ने मुन्झा खेड़ी में एक फैक्ट्री पर छापा मारा तो  उसके टैंक में छिपकली मरी पड़ी थीं. वो भी एक या दो नहीं बल्कि 6 छिपकली उसमें पड़ी थीं.

प्रशासन को कई दिन से शिकायत मिल रही थी कि मिनरल वॉटर के नाम पर कंपनियां प्रदूषण परोस रही हैं. ऐसी ही एक शिकायत पर कलेक्टर मनीष सिंह ने एक टीम मुन्झा खेड़ी भेजी. यहां कपिल जाट की फैक्ट्री है. टीम में खाद्य विभाग और ज़िला आपूर्ति निगम के अधिकारियों सहित पुलिस बल था.

टीम ने फैक्ट्री पहुंचकर जैसे ही निरीक्षण शुरू किया तो उसके भी होश उड़ गए. अनुमान था कि पानी प्यूरीफाई नहीं किया जा रहा होगा या फैक्ट्री में साफ-सफाई नहीं होगी. लेकिन टीम का तो सिर चकरा गया जब उसने देखा कि फैक्ट्री में जिस टैंक में मिनरल वॉटर रखा जा रहा था उसमें तो मरी हुई छिपकली तैर रही थीं. छिपकली भी एक या दो नहीं बल्कि पूरी 6 छिपकली की लाश थीं.

जब मिनरल वॉटर के टैंक में ही ज़हर घुला था तो बाकी का तो हाल ही मत पूछो. पूरी फैक्ट्री में गंदगी थी. टैंक में स्टोर किए जा रहे पानी और टैंक की बरसों से सफाई नहीं की गयी थी इसलिए भारी गंदगी उसमें जमा थी.फैक्ट्री मालिक कपिल जाट के पास पैकेजिंग का लायसेंस भी नहीं था. प्रशासन ने फैक्ट्री सील कर दी है और सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेज दिया है.