भोपाल। मध्यप्रदेश में गुरुवार को प्रदेशभर में पहली बार एक दिन में 10 हजार 166 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, जबकि 53 मरीजों की मौत हो गई। उधर, बड़े शहरों में बेड के लिए मरीज भटक रहे हैं। ऑक्सीजन के लिए मारामारी है। श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग चल रही है। इधर, दमोह में कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन कोरोना संक्रमित मिले हैं, वहीं मुख्यमंत्री के बेटे कार्तिकेय चौहान की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
मुख्यमंत्री ने भी सुबह अपना कोविड टेस्ट कराया
मुख्यमंत्री ने भी सुबह अपना कोविड टेस्ट कराया है। उधर, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आक्सीजन और इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को फिर कोरोना मामलों की समीक्षा की। सीएम ने कलेक्टरों से बात कर तैयारियों की समीक्षा की। दरअसल, मध्यप्रदेश में सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू जैसे सख्त कदम उठाए गए। अब हालात बदतर हो रहे हैं।
आलम यह है कि प्रदेश के 25 से अधिक शहरों में अब तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जा चुका है। बुधवार को रीवा, टीकमगढ़ और छतरपुर में भी टोटल लॉकडाउन करने का फैसला इन जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने लिया। इससे पहले मंगलवार को डिंडौरी, धार, होशंगाबाद और ग्वालियर में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था।
भोपाल—इंदौर जैसे बड़े शहरों में हालात बदतर
मध्यप्रदेश में कोरोना अब भयावह रूप ले रहा है। इधर, मार्च माह में प्रदेश के चारों बड़े शहरों में अधिक संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन अप्रैल माह में छोटे शहरों में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में कुल एक्टिव केस का आंकड़ा 55,694 पहुंच गया है। इसमें से 60 फीसदी मामले सिर्फ 12 जिलों में हैं, जबकि मार्च में 50 फीसदी कोरोना संक्रमित राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में आ रहे थे।
सबसे ज्यादा मौतें भोपाल में
प्रदेश में अब तक कोरोना से जान गंवानों वालों की संख्या 4365 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे मे सबसे ज्यादा 8 मौतें भोपाल में दर्ज की गईं। प्रशासन ने इंदौर और जबलपुर में 6-6 और ग्वालियर में 5 और रतलाम में 4 मौतें होना बताया है। इसके अलावा बैतूल, उज्जैन, विदिशा, रायसेन, सागर, धार, और शहडोल में 2-2 मौतें हुईं। इसी तरह आगर मालवा, अनपूपुर, राजगढ़, बालाघाट, गुना, हरदा, खरगोन में 1-1 मरीजों ने दम तोड़ा है।