23 नए आईपीएस अधिकारी प्रदेश को मिले, फिर भी 46 पद खाली 

23 नए आईपीएस अधिकारी प्रदेश को मिले, फिर भी 46 पद खाली 

भोपाल 
मध्यप्रदेश पुलिस में आईपीएस अफसरों का टोटा लगातार चल रहा है। आईजी और  डीआईजी की कमी से पुलिस महकमा जूझ रहा है। प्रदेश में डीजीआई के 36 पद हैं, लेकिन वर्तमान में कार्यरत सिर्फ 25 ही हैं। आईजी की संख्या भी प्रदेश में कम है। यहां पर महज 27 आईजी ही हैं। जबकि लंबे अरसे से एडीजी के पद पर अफसरों की भरमार है। एडीजी के पद पर ज्यादा अफसर होने के चलते वर्ष 1994 बैच के अफसरों को इस वर्ष अब तक पदोन्नति नहीं मिल सकी है। 

मध्यप्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा के 305 पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में इसमें से 259 अधिकारी प्रदेश में हैं। इनमे से वर्ष 2016 के 7 अधिकारी ट्रेनिंग के बाद मैदान में उतरेंगे। इधर वर्ष 2014 और 2015 में मध्यप्रदेश को 16 अफसर मिले।  हालांकि वर्ष 2014 से 2016 के बीच 23  नए आईपीएस अधिकारी प्रदेश को मिले, फिर भी 46 पद अभी भी खाली हैं। 

प्रदेश में डीजी के 12 पद हैं। इनमें से सभी पद भरे हुए हैं। प्रदेश के 17 आईपीएस अफसर डीजी रेंक के हैं। इनमें से 5 अफसर अभी प्रतिनियुक्ति पर हैं। वहीं एडीजी रेंक के कुल अफसर 54 हो चुके हैं। इनमें से दस अफसर प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में हैं, जबकि 44 अफसर मध्य प्रदेश में ही है। यह संख्या स्वीकृत पदों से ज्यादा हो चुकी है। इसी तरह प्रदेश में आईजी रेंक के कुल 34 अफसर हैं, इनमें से 27 ही मध्य प्रदेश में हैं, बाकी के प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डीआईजी रेंक के 26 अफसर है, इनमें से एक अभय सिंह अकेले प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में हैं। बाकी के सभी प्रदेश में ही है।