भोपाल आने से पहले आतंकियों ने यूपी में बनवाए थे फर्जी दस्तोवज
एसआईटी करेगी जेएमबी के आतंकियों की जांच
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से रविवार को जमात उल मुजाहिदीन के गिरफ्तार किए गए हार्डकोर चार आतंकियों को एटीएस ने सोमवार को रघुवीर प्रसाद की विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने चारों आतंकियों को 28 मार्च तक यानी 14 दिन की रिमांड पर एटीएस को सौंपा है। अभियोजक एटीएस नितेंद्र शर्मा ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान जब्त किए गए फर्जी दस्तावेजों और अन्य दस्तावेजों के अलावा आतंकियों की नेटवर्किंग को लेकर पूछताछ की जानी है, इसलिए यह रिमांड ली गई है। उन्होंने बताया कि आतंकियों द्वारा फर्जी दस्तावेज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से बनाए जाने की जानकारी पूछताछ में प्राप्त हुई है। अब इस जानकारी के आधार पर उन लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है जिनके माध्यम से यह फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए गए हैं।
भोपाल में बांटा जिहादी साहित्य
शर्मा ने बताया कि आतंकियों से बरामद किया गया जिहादी साहित्य भोपाल के निशातपुरा क्षेत्र में भी बांटा गया है। रिमांड के दौरान उनसे यह जानकारी भी हासिल की जाएगी कि वह निशातपुरा के अलावा भोपाल के किन-किन इलाकों में सक्रिय रहे हैं और उनसे कौन-कौन लोग जुड़े हैं।
मकान दिलवाने वाले से पूछताछ
ऐशबाग में मकान दिलवाने वाले मैकेनिक सलमान से भी एटीएस द्वारा पूछताछ की जा रही है। एटीएस को सलमान के भी जेएमबी की गतिविधियों में मदद करने का अंदेशा है। उससे यह जानकारी ली जा रही है कि वह दोनों आतंकियों के संपर्क में कहां और कैसे आया। भोपाल में स्लीपर सेल तैयार करने में जुटे चारों आतंकियों ने भीड़भाड़ वाला इलाका और घनी बस्ती सिर्फ इसलिए चुनी थी, ताकि उन पर कोई शक न करे।
होती रही बड़ी फंडिंग
जेएमबी द्वारा अपनी विचारधारा से युवाओं को जोडऩे के लिए इन चारों बांग्लादेशियों को भेजा गया था, लेकिन उनके साथ आने के लिए अब तक कोई आगे नहीं आया। इस बात से यह चारों आतंकी परेशान थे। आतंकियों से जब्त किए गए लैपटाप और टैबलेट से यह साफ हो रहा है कि उन्हें बड़ी फंडिंग की जाती रही है, जो पूछताछ का अहम हिस्सा है। एटीएस यह भी जानकारी जुटा रही है कि मध्य प्रदेश के किन-किन शहरों में इनके लोग मौजूद हैं। अन्य राज्यों की पुलिस से इन आतंकियों की जानकारी साझा कर सुराग एकत्र किए जा रहे हैं।
ग्वालियर से भी एक संदिग्ध गिरफ्तार
भोपाल में आतंकवादी संगठन जमात ए मुजाहिदीन के आतंकवादी पकड़े जाने के बाद एक संदिग्ध को एटीएस द्वारा ग्वालियर से भी गिरफ्तार किया गया है। एटीएस ग्वालियर ने कंपू थाना इलाके के खजानची बाबा की दरगाह इलाके से एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है,।हालांकि पुलिस ने अभी संदिग्ध के कलेक्शन को उजागर नहीं किया है।
भोपाल पुलिस का खुफिया तंत्र फेल
बांग्लादेश के चार आतंकियों के भाजपा में पकड़े जाने के बाद साफ जाहिर हो गया है कि भोपाल पुलिस का खुफिया तंत्र फेल हो गया है। कितने हैरत की बात है कि पुलिस की नाक के नीचे डेढ़ साल से आतंकी छिपे रहे और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वहीं अब भोपाल पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर का कहना है कि नए सिरे से बीट प्रभारी बनाए जा रहे हैं। उन्हें पूरी टे्रनिंग दी जाएगी। हमने एटीएस अफसरों से भी बातचीत की है।
प्रदेश में अलर्ट
भोपाल में पकड़े गए आतंकियों के बाद सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। सभी थानों को इस तरह के संदिग्धों की पहचान और पूछताछ करने के लिए कहा गया है। साथ ही जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं। आतंकियों से पूछताछ चल रही है। तह तक जाने की जरूरत है। इसके लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा।
डॉ. नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री