फर्जी मदरसों पर सख्त हुई मप्र सरकार, 1 साल में 48 बंद, 52 के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार ने फर्जी मदरसों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। भोपाल में पिछले एक साल में 48 मदरसे बंद किए जा चुके हैं। आगे भी 52 मदरसों को बंद करने की तैयारी है। सरकार की इस कार्रवाई पर कांग्रेस सवाल उठा रही है।
नियम विरुद्ध चलने वाले वाले मदरसों पर कार्रवाई
भोपाल में नियम और पैमाने पर खरे नहीं उतरने वाले मदरसों पर कार्रवाई की जा रही है। सरकारी अनुदान लेकर एक-एक कमरे में मदरसे खोल रखे हैं। ऐसे सभी मदरसों को बंद किया जा रहा है। सरकार ने मदरसों की शैक्षणिक गतिविधियों का निरीक्षण किया था। उसमें जो खरे नहीं उतरे उन्हें दोबारा ग्रांट नहीं दिया। इस समय राजधानी भोपाल में सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों की संख्या 468 है। इससे पहले बाल आयोग के निरीक्षण में भी कई मदरसों में व्यापक गड़बड़ी सामने आई थी।
कांग्रेस ने सवाल उठाए, कहा- अपना राजनीतिक एजेंडा सेट कर रही
भोपाल में मदरसों पर शिकंजा कसने पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था के नाम पर बीजेपी सरकार अपना राजनीतिक एजेंडा सेट कर रही है। शिक्षा व्यवस्था के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। स्कूलों में शिक्षक और इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। सरकार शिक्षा व्यवस्था के नाम पर राजनीति रोटी सेंक रही है।
कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप
कांग्रेस के बयान पर प्रदेश बीजेपी मंत्री रजनीश अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा फर्जीवाड़ा करने वाले मदरसों पर कार्रवाई हो तो कांग्रेस के पेट में दर्द होता है। कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करती है। कांग्रेस ही मुस्लिम समाज को बदनाम करने का प्रयास करती है।