आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाया होम लोन, महंगा होगा ऑटो और पर्सनल लोन
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ाने का फैसला लिया है। आरबीआई के इस फैसले के बाद अब रेपो रेट की दर 4.9 फीसदी से बढ़कर 5.40 फीसदी हो गई है। यह फैसला वर्तमान प्रभाव से ही लागू होगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को इस फैसले की जानकारी दी है। इससे पहले बीते तीन अगस्त से इस मामले पर आरबीआई की समिति इस मसले पर मंथन कर रही थी। दास ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था स्वाभाविक रूप से वैश्विक आर्थिक स्थिति से प्रभावित हुई है। हम उच्च मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रहे हैं। हमने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान 3 अगस्त तक 13.3 अरब अमेरिकी डॉलर के बड़े पोर्टफोलियो का प्रवाह देखा है। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने तत्काल प्रभाव से रेपो रेट 50 बीपीएस बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया। 2022-23 के लिए रियल जीडीपी विकास अनुमान 7.2 फीसदी है जिसमें क्यू-1- 16.2 प्रतिशत, क्यू-2-6.2 प्रतिशत, क्यू-3 -4.1 प्रतिशत और क्यू-4- 4 प्रतिशत व्यापक रूप से संतुलित जोखिमों के साथ होगा। 2023-24 के पहले तिमाही में रियल जीडीपी वृद्धि 6.7 प्रतिशत अनुमानित है। 2022-23 में मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2023-24 के पहले तिमाही के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5 प्रतिशत अनुमानित है।
महंगाई दर 7.1 फीसदी से अधिक
जून के महीने में महंगाई की दर 7.01 फीसीद रही। लगातार छठी बार महंगाई की दर आरबीआई की तय सीमा छह फीसदी से अधिक रही है। इससे पहले मई महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 थी। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय बैंक आरबीआई ने साल 2022-23 के लिए महंगाई दर के अनुमान को भी 5.7 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है।