तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी बंगले में लगवाए थे 44 एसी: सुशील मोदी
पटना
बिहार में पूर्व डेप्युटी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव के पूर्व सरकारी बंगले के नवीनीकरण को लेकर आरोपों और प्रत्यारोपों का दौर तेज हो गया है। बिहार सरकार के बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के प्रधान सचिव चंचल कुमार के बंगले के नवीनीकरण में ज्यादा खर्च नहीं करने के दावे के बाद अब राज्य के डेप्युटी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को दोहराया कि तेजस्वी के कार्यकाल के दौरान बंगले पर 'शाही' खर्च किए गए।
सुशील मोदी ने कहा, 'आखिरकार किस नियम के तहत तेजस्वी यादव के 5, देशरत्न मार्ग स्थित बंगले में ब्रिज कंस्ट्रक्शन कार्पोरेशन की ओर से 59 लाख रुपये का फर्नीचर लगवाया गया। इसके अलावा बीसीडी की ओर से करोड़ों रुपये नवीनीकरण में खर्च किए गए।' डेप्युटी सीएम ने कहा, 'इसके अलावा किस नियम के तहत तेजस्वी यादव को 44 एसी दिए गए।'
बीजेपी नेता ने कहा, 'कुछ एसी तो बाथरूम में भी लगाए गए हैं। 35 मंहगे लेदर से बने सोफा, 464 फैंसी एलईडी लाइट, 108 पंखे, बिलबोर्ड टेबल, दीवारों पर वूडेन पैनल, वूडेन फ्लोर और विदेश मंगाया गया ग्रेनाइट एक बंगले में क्यों लगाया गया।' सुशील मोदी ने सवाल किया कि क्या तेजस्वी यादव ने सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं किया? उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव ने अपने पद का दुरुपयोग और फिजूलखर्ची कर बंगले पर कब्जा नहीं जमाया होता तो सुप्रीम कोर्ट को उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाकर बंगला नहीं खाली कराना पड़ता।
सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने तेजस्वी को कोई क्लीन चिट नहीं दी है। बता दें कि आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू की गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव को सरकारी आवास आवंटित किया गया था। महागठबंधन की सरकार के दौरान तेजस्वी को पटना के पांच देशरत्न मार्ग पर स्थित सरकारी बंगला आवंटित किया गया था लेकिन आरजेडी से अलग होकर जेडीयू ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली।
सुशील कुमार मोदी के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार सरकार ने तेजस्वी को सरकारी आवास खाली करने को कहा था। सरकार के फैसले को तेजस्वी यादव ने कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। बाद में तेजस्वी को सरकारी आवास खाली करना पड़ा था।