ब्रिटेन एक शहर के सभी लोगों का होगा टेस्ट, कोविड-19 का लक्षण हो या ना हो

ब्रिटेन एक शहर के सभी लोगों का होगा टेस्ट, कोविड-19 का लक्षण हो या ना हो

ब्रिटेन 
ब्रिटेन के लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की दरों में फिर से तेजी के साथ बढ़ते मामले को देखते हुए वहां की सरकार इस दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार ने फैसला किया है कि शुक्रवार से लिवरपूल शहर में रहने वाले सभी लोगों को पायलट आधार पर कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा, चाहे उसे कोरोना के लक्षण हो या न हो। इसके बाद, अगर सफलता मिली तो देश के बाकी हिस्सों में उसे लागू किया जाएगा। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के देखते हुए ब्रिटेन की सरकार गुरुवार से एक महीने के लॉकडाउन लगाने की तैयारी कर रही है।लिवरपुल में टेस्ट के लिए सेना बुलाई गई है, जो पहले से उच्चम अलर्ट लेवल 3 पर है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार का यह एक नया प्रयास है।

मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि पहले से मौजूद स्वैब टेस्ट और न्यलैट्रल फ्लो के जरिए लिवरपूल के निवासियों और कामगारों का टेस्ट किया जाएगा, जो बिना किसी लैब में प्रोसेस के एक घंटा के भीतर परिणाम दे देगा। एनएचएस स्टाफ के लिए लिवरपूल के अस्पतालों में द लैम्प (लूम मेडिएटेड आइसोथर्मल एम्पलिफिकेशन) टेक्नोलॉजी की डिलीवरी की जा रही है, ताकि बड़ी तादाद में टेस्ट किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि इस पायलट टेस्ट से यह पता लग पाएगा कि कैसे बड़ी तादाद में टेस्ट किया जाए और कैसे तेजी से और विश्वसनीय कोविड-19 टेस्टिंसग हो पाए।

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा- इन टेस्ट के जरिए हमें उन हजारों लोगों की पहचान करने में मदद मिलेगी, जिन्हें किसी तरह का कोई लक्षण तो नहीं है लेकिन वे बिना जाने दूसरे को संक्रमित कर रहे हैं। लिवरपूल में सफलता मिलने के बाद नए रैपिड टेस्ट अभी से लेकर क्रिसमस तक करेंगे और स्थानीय समुदायों को सशक्त करेंगे कि वे इसका इस्तेमाल करें ताकि उनके इलाके में संक्रमण कम हो सके।

रक्षामंत्री बेन वल्लास ने कहा- फिर से कोविड-19 के बढ़े मामलों के चलते पैदा हुई नई चुनौतियों को देखते हुए हम 2 हजार आर्म्ड फोर्सेज की तैनाती करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो पाए कि हम लिवरपुल समुदाय के लिए जो मुमकिन है वो सारे कदम उठा रहे हैं। कोविड-19 को खिलाफ लडाई में मदद के लिए मिलिट्री को खास जगह पर तैनात किया गया है।