भारत के 26वें एयरचीफ मार्शल बने भदौरिया, भांजी बोली- POK पर भारत का कब्‍जा दिलाएं मामा

भारत के 26वें एयरचीफ मार्शल बने भदौरिया, भांजी बोली- POK पर भारत का कब्‍जा दिलाएं मामा

ग्वालियर
राकेश कुमार सिंह भदौरिया (Rakesh Kumar Singh Bhadoria) ने भारतीय वायुसेना प्रमुख का पदभार संभाल लिया है. उनके एयरचीफ मार्शल (Airchief Marshal) बनते ही ग्वालियर में जश्न मनाया गया. आपको बता दें कि ग्वालियर में रहने वाली उनकी छोटी मिथिलेश के घर मिठाईयां बांटकर खुशियां मनाई गईं. हालांकि एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के कोरथ गांव के रहने वाले है, जिसे वीरों का गांव भी कहा जाता है. जबकि उनकी बहन मिथलेश और चाचा ग्वालियर के वायु नगर में रहते हैं. बहन मिथिलेश ने कहा कि खुशी के चलते बीती रात नींद तक नहीं आई. साथ ही उन्‍हें उम्‍मीद है कि भाई राकेश कुमार सिंह भदौरिया एयरचीफ मार्शल बनकर एयरफोर्स और देश सुरक्षा को ऊंचाईयों पर ले जाएंगे. वहीं एयरचीफ मार्शल की भांजी निवेदिता का कहना है कि आज मामा के एयरचीफ बनने पर मन खुश है और उसने अपने मामा से भारत को पीओके जल्द दिलाने की गुजारिश भी कर दी है.

एयरचीफ मार्शल राकेश सिंह भदौरिया की खासियत रही है कि उन्होंने हर चुनौती के दौरान लीक से हटकर काम किया है. भदौरिया की अगुआई में ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर फाइटर विमान उतारने का टास्क पूरा किया गया था. जी हां, यमुना एक्सप्रेस-वे पर आपात स्थिति में लड़ाकू विमान उतारने की बात आई तो राकेश सिंह भदौरिया के ही नेतृत्व में फाइटर जेट उतारे गए थे. भदौरिया ने 1980 में वायु सेना ज्वाइन की थी और अपनी काबिलियत से उन्‍होंने वायु सेना मेडल, सियाचिन ग्लेशियर मेडल, ऑपरेशन विजय मेडल, ऑपरेशन पराक्रम मेडल हासिल किए हैं.

भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने 12 जुलाई को फ्रांस में राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी. जबकि वह 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए गठित निगोसिएशन टीम का हिस्सा भी थे. उड़ान के बाद उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान राफेल देश की सेना के लिए बेहद अहम साबित होगा. वायुसेना में शामिल होते ही राफेल और सुखोई की जोड़ी दुश्मन का तनाव बढ़ाने का काम करेगी.