कोरोना वैक्सीन लगवा चुके अमेरिकी अब बिना मास्क के जा सकते हैं बाहर: CDC
न्यूयार्क
अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अमेरिकियों को अजनबियों की बड़ी भीड़ छोड़कर अन्यत्र मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाया है, वे भी कुछ स्थितियों को छोड़कर बिना मास्क लगाये बाहर जा सकते हैं। रोग नियंत्रण और रोकथम केंद्र (CDC) ने कोरोना वायरस महामारी से सामान्य जनजीवन की ओर बहुत ही सधे उपायों के तहत मंगलवार को नये दिशानिर्देश जारी किये। इस महामारी के कारण अमेरिका में 5,70,000 लोगों की जान गयी है । पिछले एक साल से CDC अमेरिकियों को बाहर जाने पर किसी भी अन्य व्यक्ति से छह फुट के फासले पर मास्क लगाने की सलाह देता रहा है। CDC के रूख में यह बदलाव तब आया है जब अमेरिका में आधे से अधिक वयस्कों को कोरोना वायरस टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है और एक तिहाई से अधिक पूरी तरह टीकाकरण से गुजर चुके हैं। बेंगलुरु में एक होटल में काम करने वाले अभिशेक, नवीन और बाशा ने रामनवमी के दिन लोगों को जागरूक करने का अनोखा आइडिया निकाला। तीनों साथी भगवान राम, कृष्ण और हनुमान के रूप में सजकर लोगों के बीच में निकल गए। वे अपने साथ मास्क भी लेकर निकले और जो बिना मास्क के दिखा, उसे पहना दिया। भगवान राम, कृष्ण और हनुमान बेंगलुरु की सड़कों के साथ ही बस स्टैंड और दुकानों में भी घूमते रहे। उन्होंने लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया।
'आजादी की वापसी'
बर्मिंघम के अलबामा विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइक साग ने इस बदलाव का स्वागत करते हुए कहा, 'यह आजादी की वापसी है। यह हमारा सामान्य जनजीवन की ओर लौट पाना है....' संकट के समय अपने मार्गदर्शन में सावधान रहे CDC ने उन बातों पर मुहर लगायी है जो कई सप्ताहों से अमेरिकी करते आ रहे हैं। CDC के अनुसार 'पूरी तरह टीकाकरण करा चुके हों या नहीं, ऐसे लोग जब बाहर अकेले या परिवार के सदस्यों के साथ जाते हैं, मोटरसाइकिल या पैदल जाते हैं तो उन्हें मास्क लगाने की जरूरत हैं , वे पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अन्य लोगों के साथ बंद सभागार में बिना मास्क जा सकते हैं।’’ चाइल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनाना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार, न्यू बोर्न बेबी और टॉडलर्स की सांस नली काफी छोटी (Smaller airways) होती हैं, इसलिए मास्क के जरिए उनका सांस लेना मुश्किल होता है। नन्हे बच्चे को आपने मास्क पहना दिया तो वे आपको बता नहीं सकते हैं कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत है और न ही वे खुद से इसे हटाने में सक्षम है, ऐसी सिचुएशन में उनका दम घुट (suffocate) सकता है।
किड्स हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एडवाइजरी के मुताबिक, अगर बच्चे को होममेड मास्क जैसे स्ट्रिंग्स या इलास्टिक बैंड से कवर करते हैं तो भी उनकी सांस रुक सकती है। नन्हे बच्चे को जब भी इस तरह से कवर करेंगे तो संभवत उसे मुंह से हटाने की कोशिश करेंगे और बार-बार अपने फेस पर हाथ लगाएंगे। ऐसे में वायरस उनके लिए उनके जोखिम को बढ़ा सकता है। यदि आप अपने बच्चे को कभी घर से बेबी कैरिएर (infant carrier) में कहीं बाहर ले जाते हैं, तो आप उसे किसी कंबल या टॉवेल से कवर कर सकते हैं, लेकिन यहसुनिश्चित करें कि कंबल बच्चे को स्पर्श न कर पाए। घर वापस आने पर आप कैरिएर को अलग रख दें।भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें और अगर कभी घर से बाहर जाते भी हैं तो कम से कम 6 फीट की दूरी का पालन करें।बीमार लोगों के संपर्क में न आएं और अगर आप खुद भी संक्रमण के लक्षणों के शिकार हैं तो बच्चे के साथ संपर्क में तब तक न आएं जब तक कि आप पूरी तरह से ठीक न हो जाएं।अपने हाथों को अच्छी तरह से बार-बार धोएं और अपने घर के अन्य लोगों को भी ऐसा करना सिखाएं। कोरोना काल में यह आदत यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
बच्चों की मास्किंग विश्व स्वास्थ्य संगठन भी गाइडलाइन जारी कर चुका है। 2020 में WHO ने 5 साल या इससे कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनने की सलाह दी थी। WHO के अनुसार, 6 से 11 साल के उम्र के बच्चे उन जगहों पर मास्क पहने जहां कोरोना वायरस का ज्यादा संक्रमण हो। इसके अलावा उन जगहों पर बच्चों को मास्क पहनना चाहिए, जहां वयस्क लोगों के ज्यादा हों। बच्चे तेजी से सांस लेते हैं और उनकी सांस नली बड़ों के मुकाबले मुलायम भी होती है जिससे वायरस आसान से उनके अंदर प्रवेश कर सकता है। WHO के मुताबिक, जब भी बच्चे खेलते हैं या फिर कोई फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो उन्हें मास्क नहीं पहनना चाहिए। इस दौरान बच्चों को एक दूससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। साथ ही खेल में बच्चों की संख्या कम होना चाहिए। WHO ने कहा, 12 साल से अधिक उम्र के बच्चे भी वयस्कों की तरह ही मास्क को पहने। क्योंकि उन्हें कोविड वायरस का ज्यादा खतरा है।
इन लोगों को लगाना है मास्क
दिशानिर्देशों के तहत टीकाकरण नहीं करवाये लोग- यानी जिसने फाइजर, मोर्डना, जॉनसन के टीके नहीं लगाये हो, उन्हें बाहरी कार्यक्रम में मास्क लगाना है। ऐसे स्थानों पर अन्य लोग भी बिना टीके वाले हो सकते हैं। उन्हें बाहरी रेस्तरां में मास्क लगाना चाहिए। CDC के अनुसार पूर्ण टीकाकरण करवा चुके लोगों को ऐसी स्थितियों में चेहरा ढंकने की जरूरत नहीं है। हालांकि कंसर्ट या खेलकूद जैसे भीड़भाड़ वाले खुले कार्यक्रमों में सभी को मास्क लगाना चाहिए।

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