जय किसान ऋण मुक्ति योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, 2 अफसर सस्पेंड
खंडवा
खंडवा में जय किसान ऋण माफी योजना में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने दो अफसरों को निलंबित कर दिया है. इन कर्मचारियों ने हितग्राहियों की लिस्ट पंचायत के दफ़्तर पर नहीं लगायी थी, जिससे किसान परेशान हो रहे थे.
मध्य प्रदेश में जय किसान ऋण मुक्ति योजना शुरू होने के अगले ही दिन प्रशासनिक सख़्ती शुरू हो गयी है. खंडवा में कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने काम में लापरवाही बरतने पर सहायक पशु चिकित्सक विक्रम भालेराव और ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी अभिलाषा तिवारी को सस्पेंड कर दिया है. ये कार्रवाई हापला और बेडियांव गांव में की गयी.
दोनों अफसरों ने उन किसानों के नाम की लिस्ट पंचायत दफ़्तर पर नहीं लगायी थी, जिन्हें जय किसान ऋण मुक्ति योजना का लाभ मिलना है. मंगलवार को योजना शुरू होते ही किसान पंचायत दफ़्तरों पर पहुंचने लगे. लेकिन वहां जानकारी ना मिलने पर वो परेशान हुए औऱ इसकी शिकायत कलेक्टर तक पहुंची.
जय किसान ऋण मुक्ति योजना के फॉर्म पंचायतों को सौंपे गए हैं औऱ काम पूरा कराने की ज़िम्मेदारी जनपद पंचायतों पर है. लेकिन शुरुआत होते ही काम में लापरवाही की शिकायतें सामने आने लगीं. किसानों का कर्ज़माफ़ करने की योजना कांग्रेस का चुनावी वादा है. सीएम की कुर्सी संभालते ही कमलनाथ ने सबसे पहले उसी फाइल पर साइन किए थे. योजना की शुरुआत मंगलवार 15 जनवरी से हो चुकी है. पूरे प्रदेश के लिए कुल 80 लाख फॉर्म छपवाए गए हैं. ये 3 रंग के हैं.