बैंक ऑफ बड़ौदा: बचत खाते पर मिनिमम बैलेंस रखने की लिमिट बढ़ी

बैंक ऑफ बड़ौदा: बचत खाते पर मिनिमम बैलेंस रखने की लिमिट बढ़ी

नई दिल्ली 
 बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने बचत खाते पर मिनिमम तिमाही एवरेज बैलेंस की सीमा को बढ़ा दिया है। नया नियम 1 फरवरी 2019 से लागू होगा। बैंक ने एसएमएस भेजकर ग्राहकों को इस बारे में जानकारी दी है।

शहरी ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है। अर्द्ध-शहरी ब्रांच के लिए मिनिमम बैलेंस 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है। ग्राहक अगर अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं तो उन्हें जुर्माना देना होगा।

हालांकि, बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्रामीण इलाकों के ब्रांच के लिए राहत की खबर है। ग्रामीण इलाके में न्यूनतम बैलेंस की रकम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बैंक ने ट्विटर पर इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है, '1 फरवरी 2019 से बड़ौदा एडवांटेज बचत खाते में अकाउंट में मिनिमम तिमाही एवरेज बैलेंस में बदलाव होगा।' अगर शहरी और मेट्रो ब्रांच के ग्राहक मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं तो उनसे पेनाल्टी के रूप में 200 रुपये चार्ज किए जाएंगे। अर्द्ध-शहरी शाखाओं के लिए यह जुर्माने की राशि 100 रुपये होगी।

बता दें कि सरकार ने बीओबी में देना बैंक और विजया बैंक का विलय करने का फैसला किया है। विलय के बाद यह एसबीआई के बाद दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक हो जाएगा।