बालाघाट में नाराज भाजपा नेता ने दिया इस्तीफा
वारासिवनी। निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भाजपा में शामिल करना और उन्हें वारासिवनी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बनाने के फैसले से नाराज भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष अजय देवनाथ बिसेन ने पद सहित भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष को दिया इस्तीफा
बिसेन ने गुरुवार को भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल के नाम का अपना इस्तीफा जिला उपाध्यक्ष संजय खंडेलवाल को देते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं अपने दायित्व से इस्तीफा देने की बात लिखी है।
उन्होंने पत्र में लिखा कि भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं, बूथ स्तर के पदाधिकारियों के विरोध के बावजूद भाजपा संगठन के शीघ्र नेतृत्व द्वारा प्रत्याशी घोषित कर दिया गया, जिसका पार्टी संगठन में घोर विरोध है।
संगठन के कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई
पार्टी के इस निर्णय से संपूर्ण संगठन के कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं। इस वजह से भाजपा में रहकर काम करना मेरे लिए बिल्कुल भी संभव नहीं है। इसीलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं अपने दायित्व जिलाध्यक्ष भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा से इस्तीफा दे रहा हूं।
बालाघाट विधानसभा का प्रभारी थे अजय बिसेन
भाजपा द्वारा विधानसभा चुनावों के लिए विधानसभावार प्रभारियों की नियुक्ति की गई है, जिसमें अजय बिसेन को बालाघाट विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था, लेकिन अब उनका पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं दायित्वों से इस्तीफा दे देने के बाद पार्टी को नया प्रभारी मनोनीत करना पड़ेगा। गौरतलब है कि अजय देवनाथ बिसेन पूर्व में कांग्रेस में ही थे और प्रदीप जायसवाल के ही साथी हुआ करते थे।
प्रदीप जायसवाल से उनके व्यक्तिगत मतभेद
उनके साथ रहते हुए कांग्रेस की ओर से अजय बिसेन लगातार 11 साल तक कृषि उपज मंडी वारासिवनी के अध्यक्ष रहे, लेकिन वर्षो पहले प्रदीप जायसवाल से उनके व्यक्तिगत मतभेद होने के बाद अजय बिसेन ने प्रदीप जायसवाल व कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।
क्षेत्र में भाजपाईयों की पूछ परख कम
निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल द्वारा कांग्रेस की सरकार के पतन के बाद भाजपा को समर्थन देने के कारण क्षेत्र में भाजपाईयों की पूछ परख कम हो गई थी। भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं के साथ अजय बिसेन भी प्रदीप जायसवाल के भाजपा में प्रवेश का लगातार विरोध कर रहे थे।
लड़ सकते हैं चुनाव
एक ओर संगठन के नेताओं व कार्यकर्ताओं के निर्णय के अनुसार पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल विधानसभा चुनाव में बागी निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतरने के लिए नामांकन पत्र ले चुके हैं। वहीं, खबर है कि एक और भाजपाई व डोंगरमाली सरपंच मनोज लिल्हारे भी विधानसभा चुनाव का नामांकन पत्र भरने वाले हैं।
इसके साथ ही अब भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजय बिसेन द्वारा भाजपा संगठन की प्राथमिक सदस्यता एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद इस्तीफे की राजनीति भी शुरू हो गई है।