आमजन को करें जागरुक, पारम्परिक जलस्रोतों का करें रखरखाव:ओटाराम देवासी

जयपुर। “वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान” की प्रगति की समीक्षा हेतु रविवार को बूंदी कलेक्ट्रेट सभागार में ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के राज्य मंत्री ओटाराम देवासी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में उन्होंने कहा कि जो सहभागी विभाग है, वे अपने-अपने विभाग की जिम्मेदारी निभाएं। समस्त विभाग मिलकर जन जागृति के लिए कार्य करें। रात्रि चौपाल के माध्यम से भी लोगों को जल संरक्षण का संदेश दे। श्रमदान, पौधारोपण एवं स्वच्छता के कार्य करवायें। उन्होंने कहा कि सब मिलकर जन आंदोलन के रूप में कार्य करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने परम्परागत जल स्त्रोत बावड़ियों, तालाबों, बांधों एवं अन्य जल स्रोतों की सफाई और उनके संरक्षण की दिशा में जो कदम बढाया उसे हम सब को मिलकर आगे बढ़ाना है साथ ही पानी को सुरक्षित करके उसे बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
देवासी ने कहा कि बूंदी की बावड़िया प्रसिद्ध है, इनका रख रखाव हों। वृक्षारोपण के लक्ष्य को विशेष प्रयास कर हासिल करें। सब मिलकर लोगों को वृक्षारोपण के लिए जागृत करें। जनता में यह संदेश जाए कि भविष्य के लिए पानी बचाना है। उन्होंने कहा कि पक्षियों के लिए परिण्डे लगाए। शिक्षा विभाग प्रभात फेरी के माध्यम से लोगों को जागरूक करें।
बैठक में देवासी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 20 जून तक चलने वाले इस अभियान की प्रत्येक गतिविधि प्रभावशाली और स्थायी होनी चाहिए। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों दोनों में समान रूप से कार्य हों। महिला समूहों, किसान संगठनों, औद्योगिक इकाइयों और स्वैच्छिक संस्थाओं को अधिक से अधिक जोड़ा जाएं।
इस दौरान अभियान की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि तालाबों की सफाई, वर्षा जल संग्रहण, वृक्षारोपण, जल संरक्षण शपथ, विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं गतिविधियों के माध्यम से जनजागरण किया जा रहा हैं।