सीएम की दो टूक: प्रदेश में विशेष अभियान चलाकर ड्रग माफिया की जड़ों पर करो प्रहार
मप्र को उड़ता पंजाब बनाने वालों को नेस्तनाबूत कर दो
भोपाल। ड्रग्स और नशीली वस्तु का कारोबार करने वाले मानवता के दुश्मन हैं, इन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए विशेष अभियान चलाकर उनकी जड़ों पर प्रहार किया जाए।
बच्चों के प्रति सहानुभूति रखें, स्नेह से नशे की लत छुड़ाएं
इस अभियान में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि जहां एक और ड्रग्स और नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाए। वहीं नशा करने वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति रखी जानी चाहिए। साथ ही उन्हें स्नेह से नशे की लत छुड़ाने के प्रयास किए जाएं। पुलिस उनके खिलाफ ज्यादती ना करे।
लत छुड़ाने और उनके पुनर्वास के लिए प्रयास करें
नशा करने वालों की नशे की लत छुड़ाने और उनके पुनर्वास के लिए प्रदेश के सामाजिक न्याय विभाग एवं स्वयंसेवी संगठनों का भी पूरा सहयोग लिया जाए। यह बात शुक्रवार को शिवराज सिंह चौहान ने मप्र में नशा विरोधी अभियान चलाने के संबंध में सीएम हाउस में उच्च अधिकारियों की बैठक के दौरान कही। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा आदि मौजूद थे।
15 से विशेष अभियान
देश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार द्वारा आगामी 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चलाए जाकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूत कर दिया जाए।
केंद्र ने दी 15 जिलों की सूची
भारत सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की सूची भिजवाई गई है, जहां नशीली वस्तुओं का कारोबार अधिक पाया गया है। ये जिले हैं इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रतलाम, ग्वालियर, सतना, सागर, दतिया और रीवा। इसके अलावा विदिशा, पिपरिया, आगर-मालवा क्षेत्र भी संवेदनशील हैं। इन सभी क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आए हैं।
कारोबार की देश-विदेश में जड़ें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इंदौर आदि जिलों में ड्रग माफियाओं के खिलाफ पुलिस द्वारा सराहनीय कार्रवाई की गई है। इंदौर की तथाकथित ड्रग वाली आंटी के तार दिल्ली, गोवा, मुंबई तथा नाइजीरिया से भी जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि खोद-खोद कर ड्रग माफिया को समूल नष्ट करें।
जिम, पब, क्लब, कॉलेजों में सप्लाई
कुछ स्थानों पर जिम, पब, क्लब, कॉलेजों की कैंटीन, स्कूलों के आसपास ड्रग्स एवं नशीले पदार्थों की सप्लाई की कोशिश के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रदेश में हुक्का लाउंज भी संचालित नहीं किए जाएंगे।
केमिकल ड्रग्स खतरनाक
मुख्यमंत्री ने कहा कि केमिकल अत्यंत खतरनाक होते हैं। इंदौर में जहां केमिकल ड्रग सप्लाई का बड़ा मामला सामने आया है। वहीं भोपाल, विदिशा, भिंड, उज्जैन, रतलाम आदि में स्मैक सप्लाई के मामले सामने आए हैं। जनता को नशे के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए।
नहीं पनपने दूंगा नशे का कारोबार
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को इंदौर में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को दो टूक लहजे में यह निर्देश दिए। उन्होंने ड्रग्स का शिकार बन चुके लोगों के लिए एयरपोर्ट पर ही नशा मुक्ति केंद्र का ई-लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने चलित नशामुक्ति केंद्र का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने इंदौर में प्रशासन द्वारा पिछले दिनों ड्रग्स कारोबारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर संतोष जताया। साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश में नहीं पनपने दिया जाएगा ड्रग्स और नशे का कारोबार।