मध्यप्रदेश में मंडला जिले से सर्वाधिक 71 बच्चे जेईई मेन्स में चयनित

Syed Javed Ali मंडला - मध्यप्रदेश में मंडला जिले से सर्वाधिक 71 बच्चे जेईई मेन्स में चयनित हुए है। कलेक्टर सूफिया फारूखी वली ने स्थानीय नवरत्न विद्यालय में जाकर जेईई मेन्स में जिले की विभिन्न शालाओं में अध्यनरत पास आऊट 71 छात्रों से भेंट कर सफलता के लिये शुभकामना देते हुये जेईई एडवांस की तैयारी के लिये आवश्यक जानकारी दी। जिसमेें उन्होंने कहा कि सभी बच्चे पॉजीटिव सोच रखते हुये शांत मन से पेपर दें। Most 71 children from Mandla district selected in JEE Mains in Madhya Pradeshसैल्फ स्टडी पर जोर देते हुये अधिकतम सिलेबस अधारित सम्पूर्ण तैयारी परीक्षा के पहले कम से कम दो-तीन रिवीजन करें। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से निर्देशित किया कि चूँकि अभी भीषण गर्मी का दौर जारी है जिसमें बीमार होने की पूरी संभावना है, इसलिए पर्याप्त शुद्ध पानी का उपयोग करते हुये ओआरएस साथ में रखें भोजन के साथ यथा संभव दही का प्रयोग करें, मोबाईल और सोशल मिडिया से दुरी बनाये रखें। सिलेबस पर ध्यान केन्द्रित करते हुये उन्होंने अर्जुन का उदाहरण देते हुये कहा जैसे अर्जुन को अपने लक्ष्य के रूप में सिर्फ पक्षी की ऑख नजर आ रही थी उसी तरह आप भी अपना ध्यान पूरी तरह पढ़ाई की ओर लगाएं। Most 71 children from Mandla district selected in JEE Mains in Madhya Pradeshबच्चों से चर्चा के दौरान उन्होंने संस्था से उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली जिसमें शिक्षक नियमित कक्षाएं की जानकारी ली जिससे सभी बच्चे की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट पाये गये। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि सभी बच्चों के पास दिमाग एक समान होता है लेकिन कुछ बच्चे बहुत आगे बढ़ जाते है और कुछ असफल हो जाते है ये सिर्फ आपके द्वारा की जाने वाली मेहनत का ही अंतर है क्योंकि जिनका न्यूरॉन स्ट्रांग होता है तो उनकी मेमोरी भी अच्छी रहती है। इसके लिये आप याद की गई चीजों को अधिकतम लिख-लिखकर प्रेक्टिस करें जिससे पेपर के 3 घंटे की अवधी में सम्पूर्ण प्रश्न पत्र को बिना छोड़े हल किया जा सके। Most 71 children from Mandla district selected in JEE Mains in Madhya Pradeshआगे उन्होंने बच्चों के पेरेंट्स से भी जानकारी लेते हुये कहा कि आप भी इस अवधी में कम से कम मिले आवश्यकता पड़ने पर बच्चे आप से स्वयं मिलेगें। क्योंकि अगली तैयारी के लिये बच्चों के पास सिर्फ 20 दिन रह गये है, इन दिनों में बच्चे स्वयं अपने उज्जवल भविष्य संवारने के लिये कठिन परिश्रम कर रहे है। ऐसे में आपकी सिर्फ दुआएं ही उन्हें सफलता की ओर अग्रसर कर सकती है अतं में बच्चों से कहा की आवश्यकता पड़ने पर आप मुझ से व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी अपनी समस्याओं से अवगत करा सकते है। मेरा पूरा प्रयास होगा कि मै अधिकतम आपके काम आ सकूं।