नई दिल्ली, साल का तीसरा चंद्र ग्रहण आज यानी 5 जुलाई को लग रहा है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो हर ग्रहण अपने साथ शुभ या अशुभ संकेत लेकर आता है. लेकिन इस बार ग्रहण की तिकड़ी संकट का संकेत दे रही है. एक ही महीने में सूर्य ग्रहण से पहले और बाद लगे चंद्र ग्रहण को ज्योतिष के जानकार अच्छा नहीं मान रहे हैं. आज के चंद्र ग्रहण को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं.
5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक महीने के अंदर लगने वाला तीसरा ग्रहण है. इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण और 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था. अब 5 जुलाई को फिर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. ग्रहों की चाल पढ़ने वाले ज्योतिष के जानकार किसी संकट की आशंका ज़ाहिर कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इस चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) के प्रभाव से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है.
कब लगेगा चंद्र ग्रहण?
इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन (5 जुलाई) को लगने वाला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 21 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 2 घंटे 43 मिनट की होगी. ये उपछाया चंद्रग्रहण होगा जो भारत में दिखाई नहीं देगा और ना ही इसका सूतक माना जाएगा. ज्योतिषियों के मुताबिक ये ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है. धनु राशि आक्रामकता की राशि है. इस ग्रहण की वजह से देश-दुनिया में युद्ध और विवादों जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं.
चंद्र ग्रहण को टेलिस्कोप की मदद से देख सकते है. चंद्र ग्रहण को www.virtualtelescope.eu पर वर्चुअल टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है. इसके अलावा यूट्यूब चैनल CosmoSapiens, Slooh पर भी चंद्र ग्रहण लाइव देख सकते हैं.
क्या भारत में दिखाई देगा चंद्र ग्रहण?
गुरु पूर्णिमा के दिन (5 जुलाई 2020) उपछाया चंद्र ग्रहण लग रहा है. जो अमेरिका, दक्षिण-पश्चिम यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्से में दिखाई देगा. भारत में चंद्र ग्रहण नहीं दिखाई देगा. ग्रहण काल में चंद्रमा कहीं से कटा हुआ होने की बजाय अपने पूरे आकार में नजर आएगा.