अफ्रीका में शीशम के जंगल 'लूट' चीन दे रहा है आतंकवादियों को पैसा
लंदन
एक ताजा रिपोर्ट में ड्रैगन के एक और काले कारनामे का खुलासा हुआ है। अफ्रीका के जंगलों में अंधाधुंध लूट के जरिए एक तरफ जहां उसने शीशम की एक प्रजाति को विलुप्त होने की कगार पर पहुंचा दिया है तो दूसरी तरफ इस अवैध कारोबार के जरिए वह आतंकवादी संगठनों की फंडिंग कर रहा है। ब्रिटेन के अखबार एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों और इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक तरफ उसने अपने देशों में लकड़ी की कटाई और आतंकवादी संगठनों पर कड़े प्रतिबंध लगा रहा है तो दूसरी तरफ वह अवैध कटाई के जरिए दूसरे देशों में आतंकवादी संगठनों की मदद कर रहा है। एक आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, चीन अफ्रीका से सालाना 2.2 अरब डॉलर की लकड़ियों का आयात करता है, लेकिन अवैध कटाई की वजह से यह 17 अरब डॉलर तक हो सकता है।
पर्यावरणविदों ने भी इसको लेकर चेतावनी दी है, क्योंकि शीशम के पेड़ों को दोबारा उगने और विकसित होने में दशकों का समय लग जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार और कालाबाजारी की वजह से यह कारोबार फल-फूल रहा है और इससे नाइजीरिया में बोको हराम जैसे आतंकवादी संगठनों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
तीन साल पहले चीन ने अपने प्राकृतिक जंगलों की कटाई पर रोक लगा दी थी। नदियों को प्रदूषित होने से बचाने और बाढ़ को रोकने के लिए उसने यह कदम उठाया। हालांकि, उसने अवैध रूप से लकड़ियों के आयात पर जोर देना शुरू कर दिया। चीन ने 2010 तक दक्षिण पूर्व एशिया में हार्डवुड स्टॉक समाप्त कर दिया था। इसके बाद अफ्रीकी शीशम का आयात 700 पर्सेंट तक बढ़ गया।

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