पुलिस की पांबदी बनी परेशानी, नक्सल क्षेत्रो में प्रभावित हो रहा तेदुपत्ता संग्रहण का कार्य
rafi ahmad ansari
बालाघाट। तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्य जोरो से चल रहा है। जिसमें दोनो वन मंडलो में लगभग पांच हजार के करीब संग्राहक लांभावित हो रहे है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में भी संग्रहण का कार्य चल रहा है किंतु पुलिस और नक्सलियों की खौफ की वजह से ठेकेदारो को डर सता रहा है। बताया जाता है कि तेंदुपत्ता ठेकेदारो के द्वारा नक्सलियों को आर्थिक लाभ पहुंचाने की वजह से ठेकेदारो को सख्त दिशा निर्देशो का पालन भी करना पड रहा है जिससे उस क्षेत्र में ठेकेदारो की संग्रहण के प्रति दिलचस्पी कम दिख रही है। पिछले दिनो हमारे प्रतिनिधि ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बिठली, पाथरी, डाबरी और चौरिया समिति के तहत संचालित कुछ फडो का जायजा लिया तो पता चला कि पिछले तीन चार दिनो से इस क्षेत्र का संग्रहण कार्य बंद है। जब बारिकी से जानकारी ली गई तो पता चला कि कुछ क्षेत्र में नक्सलियों के खौफ और कुछ क्षेत्रो में पत्ता की क्वालिटी बेहतर ना होने से संग्रहण कार्य बंद है। किंतु कार्य पुन: शुरू हो चुका है। कुछ जगहो पर संग्रहण का कार्य निर्धारित किये गये लक्ष्य के करीब भी पहुंच चुका है।
तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्य करवा रहे ठेकेदारो जब चर्चा की गई तो पता चला कि इस क्षेत्र में स्थापित पुलिस चौकीयों के अधिकारीयों और कर्मचारियों के द्वारा उनके उपर पैनी नजर रखी गई है। प्रतिदिन उनके कार्यालयो के चक्कर लगाकर पता साजी की जा रही है और पुलिस कर्मीयों के द्वारा हिदायत दी गई है कि तेंदुपत्ता संग्रहण कार्य में लगे संग्रहणकर्ताओं या स्वंय के स्टाप को जो भुगतान किया जाता है उसका भुगतान पुलिस चौकी में आकर करें। एक ठेकेदार ने यहां तक बताया कि पुलिस के द्वारा लगाई गई इस पांबदी के कारण उन लोगो के पास नगदी ना होने से अपने कर्मचारियों और स्टॉप के दिनचर्या के लिये सामाग्री भी क्रय नही कर पा रहे है। ऐसी स्थिति में उनके समक्ष आर्थिक समस्या भी उत्पन्न हो गई है। ठेकेदारो ने पुलिस द्वारा लगाई गई पांबदी की जानकारी वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी करा दिया गया है। उक्त ठेकेदार ने यहां तक बताया कि आगामी दिनो में यदि इसी तरह पांबदी रही तो उन लोगो को तेंदुपत्ता संमितियों को क्रय करने पहले सोचना पडेगा। इस संदर्भ में जब पुलिस के अधिकारियों से चर्चा की गई तो यह बात सामने आई कि तेंदुपत्ता संग्रहण के दौरान नक्सलियों की गतिविधियां बनी हुई है। तेंदुपत्ता ठेकेदारो के उपर इसलिये पांबदी लगाई गई है ताकि नक्सलियों को आर्थिक लाभ ना मिल पायें। नक्सलियों की कमर तोडने के लिये उनको पहुच रही आर्थिक लाभ पर पांबदी लगाना जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि बालाघाट जिले के दक्षिण सामान्य और उत्तर सामान्य वन मंडलो के अधीन संचालित 60 प्राथमिक लघु वनोपज के माध्यम से 01 मई से तेंदुपत्ता के संग्रहण का कार्य प्रारंभ हो चुका है जिससे हजारो संग्रहणकर्ताओं को संग्रहण श्रम के अलावा लाभांश का भी वितरण शासन द्वारा किया जाता है। वर्तमान में संग्रहण दर भी बढा दिया गया है।