आयुर्वेद के अनुसार खाएं शहद, वरना सेहत के ल‍िए बन सकता विष

आयुर्वेद के अनुसार खाएं शहद, वरना सेहत के ल‍िए बन सकता विष

शहद हमारे खानपान का प्राचीन समय से हिस्‍सा रहा है, इसमें मौजूद औषधीय गुण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। आयुर्वेद में शहद को किसी चमत्‍कारी औषधि की तरह माना गया है। आयुर्वेद में भी शहद के सेवन के कुछ न‍ियम है, अगर शहद को इन नियमों के अनसुार रोजाना सही तरीके से सेवन किया जाए तो इससे सेहत को कई तरह के फायदे होते है।

लेकिन गलत तरीके से शहद का सेवन करने से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। इसल‍िए आज इस आर्टिकल में हम आपको शहद को खाने के आयुर्वेदिक न‍ियमों के बारे में बता रहे हैं कैसे और कब शहद को खाना चाहिए और किन चीजों के साथ शहद को मिलाकर खाना जहर बन सकता है।

शहद की तासीर गर्म
एक बात याद रखें कि शहद की तासीर गर्म होती है, इसल‍िए इसे कभी भी भूले से गर्म खाद्य पदार्थों के साथ नहीं मिलाकर नहीं खाना चाह‍िए।शहद की तासीर आयुर्वेद में गर्म बताई गई हैं, इसल‍िए इसे गर्म नहीं करना चाह‍िए। शहद का सेवन उस वक़्त नहीं किया जाना चाहिए जब आप गर्म वातावरण में काम कर रहे है या जहां आप अधिक गर्मी के संपर्क में है।

इन चीजों के साथ न मिलाएं
- शहद को बारिश के पानी में, गर्म और मसालेदार भोजन के साथ कभी नहीं मिलाया जाना चाहिए।
- शहद को फर्मेन्टेड पेय पदार्थ जैसे व्हिस्की, रम, ब्रांडी, घी और सरसों जैसे पेय पदार्थ के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
- शहद की तासीर गर्म होती हे इसीलिए इसे अधिक मात्रा में नहीं लेना चाहिए |
- चाय, कॉफी में शहद का उपयोग नहीं करना चाहिए।
-मांस, मछली के साथ शहद का सेवन जहर के समान है।
- घी, तेल, मक्खन में शहद जहर के समान है।
- चीनी के साथ शहद मिलाना अमृत में विष मिलाने के समान है।

मात्रा का भी रखें ध्‍यान
शहद का सेवन सबसे अच्छा तब होता है जब ये खाने की तुलना में गर्म चाय या दूध के साथ पिया जाता है। जब आप शहद खाते है तो ये कुछ समय के लिए मुंह में रखे और तुरंत इसे निगले नही। आयुर्वेद के अनुसार शहद दिन के दौरान 30-35 ग्राम और रात में 25-30 ग्राम लेना चाहिए। एक साथ अधिक मात्रा में शहद न लें। ऐसा करना नुकसानदायक होता है। शहद दिन में दो या तीन बार एक चम्मच लें।

नींबू और शहद का सेवन
शहद का सेवन सबसे अच्छा तब होता है जब ये कमरे के तापमान पर साइट्रिक एसिड और पानी के साथ मिक्स करके लिया जाए जैसे गुनगुने पानी और नींबू के साथ शहद का सेवन करने में कोई खतरा नहीं है। अगर शहद के सेवन के बाद आपको किसी तरह की परेशानी महसूस होती है तो नींबू का सेवन करना लाभदायक होता है।

शहद की जांच कैसे करे
आज कल बाजार में ऑर्गेनिक और शुद्ध शहद के नाम पर नकली शहद मिल रहे हैं। आइए जानते है कि किन तरह से आप घर बैठे असली और नकली शहद में फर्क मालूम कर सकते हैं।

गर्म पानी से
एक कांच का बर्तन ले और उसमे पानी भरे बाद में उसमे शहद डाले अगर वह पानी में घुल जाता हे तो वह शहद नहीं हैं और अगर वह सतह पर बैठ जाता है तो शहद असली है।

आग से करें जांच
एक मोमबत्‍ती जलाएं और एक लकड़ी में रूई लपेट कर उस पर शहद लगाएं। फिर इस शहद लगी रूई को आग के ऊपर रखें, अगर रूई जलने लगे तो शहद शुद्ध है। नहीं तो शहद में पानी मिलाया गया है। इसके अलावा एक और बात शुद्ध और असली शहद हमेशा सर्दियों में जम जाता है।

पेपर टेस्‍ट
इस टेस्‍ट को करने के लिये ब्‍लोटिंग पेपर लें। फिर उस पर कुछ बूंद शहद की डालें। अगर उसमें कुछ अशुद्धता होगी तो वह पेपर उसे सोख लेगा और शुद्ध शहद पेपर पर ही रहेगा। आप यह काम टिशू पेपर से भी कर सकते हैं।

ब्रेड पर टेस्‍ट
इसे ब्रेकफास्‍ट के समय आजमाएं। शहद को जब ब्रेड पर डालेंगे तो वह कठोर हो जाएगी। अगर शहद में कोई अशुद्धता होगी तो ब्रेड नरम और गीली रहेगी।