जिस लड़की के लिए हामिद पहुंचा पाक जेल, उसने कोर्ट में दी यह गवाही

जिस लड़की के लिए हामिद पहुंचा पाक जेल, उसने कोर्ट में दी यह गवाही

 अवैध रूप से बॉर्डर पार कर  प्रेमिका से मिलने पाकिस्तान पहुंच गए भारतीय नागरिक हामिद नेहाल अंसारी ने 6 साल पाक में कैद रहने के बाद वतन वापस आकर अपनी रिहाई को लेकर दिलचस्प खुलासे किए हैं । हामिद ने बताया कि जिस लड़की के प्यार में वे हर सीमा तोड़ पाक पहुंचा था उसी की गवाही उसकी रिहाई में अहम कड़ी साबित हुई। हालांकि जिस लड़की से मिलने हामिद पाक  गए उससे मिलने का उन्हें कभी मौका ही नहीं मिला था। एक पाकिस्‍तानी कोर्ट में उस लड़की की गवाही हामिद अंसारी को बेकसूर साबित कराने के लिए दर्ज कराई गई थी।  उस लड़की ने कोर्ट को बताया था कि वह उससे मिलने पाक जरूर आए लेकिन उनकी कभी मुलाकात नहीं हुई और हामिद को जेल में डाल दिया गया ।
 
विदेश मंत्रालय की ओर से  दी गई जानकारी के अनुसार हामिद को पेशावर की सेंट्रल जेल में रखा गया था। 33 वर्षीय अंसारी को नवंबर 2012 में पाकिस्‍तान की पुलिस ने गैर-कानूनी तरीके से पाकिस्‍तान में दाखिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। हामिद अफगानिस्‍तान के रास्‍ते पाकिस्‍तान में दाखिल हुए थे।
  तीन वर्ष तक उन्‍हें जेल में एकदम अकेला रखा गया था। इसके बाद दिसंबर 2015 में मिलिट्री कोर्ट ने उन पर जासूसी और जाली आईडी रखने का आरोप लगाकर, कैद की सजा सुनाई। जो लोग अंसारी के केस से परिचित हैं, उन्‍होंने बताया कि हामिद ने कभी इस महिला से मुलाकात नहीं की। हामिद ने सोचा था कि वह अफगानिस्‍तान जाएंगे और फिर यहां से पाकिस्‍तान में दाखिल होंगे क्‍योंकि उनकी वीजा एप्‍लीकेशन को खारिज कर दिया गया था।
 सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार होने के बाद अंसारी से एक पेपर पर साइन कराए गए थे जिस पर कुछ ऐसी भाषा में लिखा था, जिसे अंसारी पढ़ नहीं सकते थे। इसके बाद ही उन पर जासूसी का आरोप लगा था। जो लोग अंसारी के केस से परिचित हैं, उन्‍होंने बताया कि हामिद ने कभी इस महिला से मुलाकात नहीं की। हामिद ने सोचा था कि वह अफगानिस्‍तान जाएंगे और फिर यहां से पाकिस्‍तान में दाखिल होंगे क्‍योंकि उनकी वीजा एप्‍लीकेशन को खारिज कर दिया गया था।
 6 साल में सीखे ये 3 सबक
मीडिया से बात करते हुए हा‍मिद ने बताया कि छह वर्षों में उन्‍होंने तीन अहम सबक सीखने को मिले हैं। ह हामिद ने बताया-कभी फेसबुक पर किसी का भरोसा मत करिए, अपने माता-पिता से झूठ मत बोलिए और अपनी सरकार में भरोसा रखिए। हामिद अब सब-कुछ भूलकर अब आगे बढ़ना चाहते हैं। इसके अलावा अब वह अपने लिए नौकरी के अलावा जीवनसाथी भी तलाशेंगे।