झारखंड में चुनाव चिन्ह फ्रीज होने को झटका नहीं मानती JDU

झारखंड में चुनाव चिन्ह फ्रीज होने को झटका नहीं मानती JDU

पटना

    आरसीपी सिंह ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में जेएमएम और शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज कराया था सिंह ने कहा कि चुनाव चिन्ह एक जैसे दिखने के चलते हमारे कई उम्मीदवार हार गए

झारखंड में जेडीयू के चुनाव चिन्ह तीर छाप को चुनाव आयोग ने फ्रीज कर दिया है. पार्टी वहां नए चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव में उतरेगी. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा है कि जेडीयू की पहल पर ही चुनाव आयोग ने ये कदम उठाया है और पार्टी इसे झटका नहीं मानती.

आरसीपी सिंह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हमने ही पहल कर बिहार में जेएमएम और शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज कराया था तो स्वाभाविक है कि झारखंड में हमारा चुनाव चिन्ह फ्रीज होता. ये कोई झटका नहीं है. हम इन चुनाव चिन्ह की वजह से कई सीट हार जाते थे लेकिन 2019 के चुनाव में ऐसा नहीं हुआ.

उन्होंने आगे कहा कि जेडीयू का ऑफिशियल चुनाव चिन्ह तीर है तो जेएमएम और शिवसेना का तीर-धनुष है, ऐसे में मतदाताओं में कन्फ्यूजन पैदा हो जाता था जिसका नुकसान बिहार में जेडीयू को उठाना पड़ता था. आरसीपी सिंह ने कहा कि चुनाव चिन्ह एक जैसे दिखने के चलते हमारे बहुत सारे उम्मीदवार चुनाव में हारे भी.

आरसीपी सिंह ने कहा कि नए चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने का नुकसान तो होगा लेकिन हमारी प्राथमिकता बिहार है. उन्होंने कहा कि हमारा सबसे ज्यादा नुकसान बिहार में होता था. हम कई जगहों पर रिकॉग्नाइज्ड पार्टी नहीं हैं. आगे चल कर हमारी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनती है या अन्य किसी स्टेट में रिकॉग्नाइज्ड होती है तो फिर हमको अपना सिंबल मिल जाएगा. हम लोगों ने नए चुनाव चिन्ह की मांग भी की थी और पेड़ का सिंबल भी मांगा था, लेकिन चुनाव आयोग ने उसको एग्जामिन किया और रिजेक्ट कर दिया था.