देश में मिला पहला डिस्क-फुट वाला दुर्लभ चमगादड़

शिलॉन्ग,
वैज्ञानिकों की एक टीम ने मेघालय में देश के पहले डिस्क आकार के चिपचिपे पैर वाले चमगादड़ों का पता लगाया है। भारत के लिए यह बहुत ही दुर्लभ चमगादड़ की प्रजाति है और खासकर कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच यह खबर खलबली मचा सकती है। बता दें कि कोरोना वायरस का चमगादड़ से सीधा नाता बताया जाता है और पूरी दुनिया इसीलिए चीन के लोगों की खाने-पीने की आदतों को कोसती रही है। इस खोज के बाद भारत में चमगादड़ की प्रजातियों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है और पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में इनकी तादाद 66 हो गई है। इस चमगादड़ की विशेषता यह है कि यह बांस के जंगलों में आसानी से अपना कुनबा बढ़ा सकते हैं।
मेघालय में डिस्क आकार के चिपचिपे पैर वाले चमगादड़ मिले मेघालय में वैज्ञानिकों को डिस्क आकार के चिपचिपे पैर वाले जो चमगादड़ मिले हैं उसका जीव-वैज्ञानिक नाम यूडिस्कोपस डेंटिक्युलस है। जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के शिलॉन्ग कार्यालय के उत्तम साइकिया की अगुवाई वाली वैज्ञानिकों की टीम ने इस प्रजाति का पता लगाया है। इस टीम में यूरोपियन नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के भी कुछ वैज्ञानिक शामिल थे, जिन्होंने इसे पिछले साल जुलाई में नोंगखिल्लेम वाइल्डलाइफ सैंचुरी के पास लैलाड में जुलाई में देखा था। यह खोज तब सुर्खियों में आया है, जब हाल ही में जिनेवा म्यूजियम एंड दि स्वीस जूलॉजिकल सोसाइटी के द्विवार्षिक जर्नल रिव्यू सुइसे डे ज़ूलोजी में इसे प्रकाशित किया गया है। यह बांसों में रहने वाली बहुत ही विशेष प्रकार की चमगादड़ प्रजाति है।