पूर्वी मध्य प्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून, 16 ज़िलों में भारी बारिश की चेतावनी

पूर्वी मध्य प्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून, 16 ज़िलों में भारी बारिश की चेतावनी

भोपाल
मध्य प्रदेश में इस बार मानसूम सक्रिय होने से प्रदेश भर में भारी बारिश होने से की स्थानों पर बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ा। लेकिन अब बारिश का दौर कम होने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को थोड़ी राहत मिली है। वहीं, प्रदेश के पूर्वी इलाके में मानसूम एक बार फिर सक्रिय हो  जाने से मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में प्रदेश के 16 ज़िलोंं में योलो और आरेंज अलर्ट जारी किया है।

पिछले 24 घन्टों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में  मानसून सक्रिय रहा। प्रदेश के जबलपुर व सागर संभागों के जिलों में अधिकांष स्थानों, रीवा व शहडोल संभागो के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा शेष संभागो के जिलों में कहीं कहीं वर्षा अंकित की गई।

जबलपुर, मंडला, होशंगाबाद, छतरपुर, रायसेन, डिंडौरी, सिंगरौली, नरसिंहपुर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, रीवा, सतना, सीधी, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल, दमोह जिले में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलोंं में अति भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

मंगलवार दिन में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच बैतूल, नौगांव, वरसिंहपुर और मलाजखंड में लगभग चार चार सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी। इसके अलावा दमोह, रीवा और सतना में लगभग ढाई ढाई सेंटीमीटर वर्षा हुयी। खजुराहो, सागर, सीधी, उज्जैन, शाजापुर, उमरिया, जबलपुर, होशंगाबाद और पचमढ़ी के अलावा कुछ अन्य क्षेत्रों में भी वर्षा दर्ज की गयी है।

राज्य में जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से अधिकांश हिस्सों में बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो एक तरह से लगातार चल रहा है। पिछले सप्ताह बारिश लगातार होने के कारण अनेक जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गयी थी। बारिश का क्रम अपेक्षाकृत कम होने से बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थिति में सुधार हुआ है, हालाकि राहत एवं आपदा प्रबंधन के दल प्रत्येक जिले में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।