बिहार के पहले न्यूरो सर्जन डॉ. रमेश चंद्रा का अमेरिका में निधन
पटना
बिहार के पहले न्यूरो सर्जन डॉ. रमेश चंद्रा का अमेरिका में रविवार को निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। वे अपने पीछ़े पत्नी, दो पुत्र एवं एक पुत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए। वे इन दिनों अमेरिका में रह रहे थे। मीठापुर निवासी डॉ. चंद्रा संयुक्त बिहार (बिहार-झारखंड) के ख्यात न्यूरो सर्जन थे। गर्दनीबाग स्थित पटना हाईस्कूल से उन्होंने स्कूली शिक्षा ग्रहण की थी और बाद में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में मेडिकल शिक्षा ग्रहण की। बाद में वे इंग्लैंड चले गए। फिर, पटना में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना के बाद लौटकर वहां योगदान दिया। राजद के शासन काल में डॉ. रमेश चंद्रा तब सुर्खियों में आए जब उनका पटना से ही फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था। डॉ. चंद्रा के मीठापुर स्थित चंद्रा भवन में संचालित क्लीनिक 'न्यूरो सेंटर ' परिवार की ओर से शोक संवेदना व्यक्त की गयी।
कला व संस्कृति से था गहरा लगाव
डॉ. चंद्रा का छात्र-जीवन से ही कला एवं संस्कृति से गहरा लगाव था। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने डॉ. चंद्रा के निधन पर शोक जताया और कहा कि वे पीएमसीएच में भी नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी वे शामिल होते थे। वे रोटरी क्लब-3250 के डिस्ट्रिक गवर्नर भी रहे थे। वहीं, विधान पार्षद डॉ. रणवीर नंदन ने उनके निधन पर शोक जताया।
आईएमए की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन आज
आईएमए, बिहार की ओर से सोमवार को एसोसिएशन भवन परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि डॉ. चंद्रा का न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान रहा है।