भगवान की शरण में कमलनाथ, बोले- यहां BJP का कॉपीराइट नहीं

भोपाल मध्यप्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष कमलनाथ सक्रिय हो चुके हैं. एमपी में शिवराज से मुकाबले के लिए कमलनाथ भगवान की शरण में पहुंच चुके हैं. मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद ही दूसरे दिन कमलनाथ ने भोपाल के गुफा मंदिर में दर्शन किया. उन्होंने कहा कि मंदिर जाने पर BJP का कॉपीराइट नहीं है. भोपाल के गुफा मंदिर में दर्शन के बाद कमलनाथ ने कहा कि वो धार्मिक व्यक्ति हैं और भगवान के आशिर्वाद से ही प्रदेश में कांग्रेस 2018 में विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करेगी. इसके बाद कमलनाथ उज्जैन के महाकाल और दतिया के मां पीतांबरा पीठ के दर्शन भी करेंगे. कमलनाथ ने कहा कि मंदिर जाना बीजेपी का कॉपीराइट नहीं है. भगवान सभी के हैं और भगवान के दरबार में सभी बराबर हैं. इससे पहले राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह, फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया औऱ अब कमलनाथ भगवान के द्वार पर जाकर जीत की प्रार्थना करते नज़र आ रहे हैं. दरअसल, पिछले कुछ विधानसभा चुनावों से कांग्रेस अपनी तुष्टीकरण की छवि से बाहर निकलना चाहती है. गुजरात के विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी के मंदिर फार्मूले ने पार्टी को फायदा पहुंचाया और गुजरात में कांग्रेस ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया. यही फार्मूला कमलनाथ एमपी में अपनाते नजर आ रहे हैं. और वे सॉफ्ट हिंदुत्व वाली छवि को लेकर चल रहे हैं. इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी नर्मदा यात्रा के दौरान कहा था कि सारे पाप धुल चुके हैं. हालांकि इस मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर मतलबपरस्त होने का आरोप लगाया है. बीजेपी प्रवक्ता के मुताबिक कमलनाथ हों या फिर कोई और बड़ा नेता. सिर्फ चुनावों के समय पर मंदिर-मंदिर जाकर वोट की राजनीति करना उन्हें शोभा नहीं देता. वो जनता को बरगला कर वोट हासिल नहीं कर पाएंगे. जनता कांग्रेस की असलियत जानती है. दरअसल, गुजरात में कांग्रेस के परफॉरमेंस के बाद वहां का गेमप्लान एमपी में लागू किया जा रहा है. अब ये प्लान जीत दिलाता है, गुजरात की तरह सीटें बढ़वाता है, ये देखना दिलचस्प होगा.