भारत ने चीन में आतंक पर पाकिस्तान को घेरा, बताया-जैश पर क्यों की एयर स्ट्राइक

 भारत ने चीन में आतंक पर पाकिस्तान को घेरा, बताया-जैश पर क्यों की एयर स्ट्राइक

 
वुझेन, चीन 

भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पड़ोसी पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर फिर घेरा है। 16 वें रूस, भारत, चीन (RIC) बैठक में पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र कर नई दिल्ली ने पड़ोसी पाकिस्तान पर हमला किया। बैठक में इस आतंकी हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताते हुए भारत ने कहा कि अब आतंक पर जीरो टॉलरेंस का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठन जैश के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के कारण भारत ने उसके ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है।  
 
आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का वक्त: सुषमा 
चीन के वुझेन में RIC की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा, 'पुलवामा आतंकी हमले के बारे में हम सभी को जानकारी है। इस आतंकी हमले में आतंकी संगठन पाकिस्तान स्थित और समर्थित जैश का हाथ है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे जबिक कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।' सुषमा ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इस तरह के आतंकवादी हमले के खिलाफ सभी देश जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करें। 

भारत ने बताया पाकिस्तान में क्यों किया हमला 
उन्होंने कहा, 'पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जैश के खिलाफ विश्व समुदाय की कार्रवाई की अपील को नजरअंदाज करते हुए इस तरह की किसी घटना की जानकारी से ही इनकार कर दिया। पाकिस्तान ने तो जैश के इस हमले की जिम्मेदारी लेने के दावे को भी खारिज कर दिया।' 

पुख्ता जानकारी के बाद जैश के ठिकानों पर हमला: सुषमा 
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान के आतंक के खिलाफ कार्रवाई से लगातार इनकार के बाद भारत ने जैश के आतंकी ठिकानों पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'पुख्ता खुफिया जानकारी के बाद कि जैश भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों की योजना बना रहा है, भारत ने कार्रवाई का फैसला किया। इस एयर स्ट्राइक में इसका पूरा ख्याल रखा गया कि इससे आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।' 

विदेश मंत्री ने कहा, 'यह नॉन मिलिटरी ऑपरेशन था और किसी भी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। इस हमले का उद्देश्य जैश के ठिकानों को ध्वस्त करना था।' बैठक में सुषमा ने भारत-चीन रिश्तों पर कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते अहम हैं। उन्होंने कहा, 'हमारे रिश्तों में वुहान में अप्रैल 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई बैठक के बाद काफी प्रगति हुई है।'