महीने में एक बार पेडिक्योर करवाना है जरूरी

जिस तरह चेहरी खूबसूरती और ग्लो बरकरार रखने के लिए नियमित रूप से क्लीनिंग और फेशियल जरूरी है। ठीक उसी तरह पैरों को भी साफ रखने, उनकी नमी बरकरार रखने और नाखून के केयर के लिए पेडिक्योर जरूरी है। ऐसे में महीने में कम से कम 1 बार पेडिक्योर जरूर करवाना चाहिए।
इंफेक्शन का रिस्क होता है कम
पेडिक्योर के दौरान पैरों के नाखून को काटकर, ट्रिम कर उनकी अच्छे से सफाई की जाती है जिससे पैरों में होने वाले किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचा जा सकता है। साथ ही पेडिक्योर करवाने से धूल और बैक्टीरिया भी साफ हो जाते हैं जिससे फंगस की ग्रोथ नहीं होती है और पैरों से बदबू भी नहीं आती।
डेड स्किन सेल्स होते हैं दूर
पेडिक्योर का एक अहम हिस्सा है एक्सफोलिएशन जिससे जरिए डेड स्किन सेल्स से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इस प्रोसेस से आपकी स्किन स्मूथ और अट्रैक्टिव बनती है। एक्सफोलिएशन के जरिए सेल्स को एक जगह जमा होने और तकलीफदेह कॉर्न बनने से भी रोका जा सकता है।
फटी एड़ियों की समस्या होगी दूर
बहुत से लोगों को आपने देखा होगा कि वे चेहरे की तो खास केयर करती हैं लेकिन पैरों की ओर ध्यान नहीं देतीं जिससे उनके पैरों में खासकर एड़ियों में नमी की कमी हो जाती है जिससे उनमें दरारें पड़ने लगती है। नियमित रूप से पेडिक्योर करवाने से फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
ब्लड सर्क्युलेशन होता है बेहतर
पेडिक्योर का एक अहम हिस्सा है फुट मसाज जो ब्लड सर्क्युलेशन को बेहतर बनाता है। साथ ही पैर और पिंडली (calves)दोनों से टेंशन और स्ट्रेस को दूर करता है।