मां ने 4 महीने की बच्ची का नाक-मुंह दबाकर की हत्या
लखनऊ
यूपी की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर में इंजिनियर बृजनंदन तिवारी की पत्नी शुभ्रा ने कथित रूप से अपनी चार माह की बेटी अद्विका की नाक और मुंह दबा कर हत्या कर दी। पति की शिकायत पर इंदिरानगर पुलिस ने आरोपी मां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक,आरोपी महिला ने अवसाद में होने के चलते यह कदम उठाया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
यूपी के गोरखपुर बड़हलगंज निवासी मिकेनिकल इंजिनियर बृजनंदन तिवारी फरीदीनगर स्थित रवीन्द्र विहार में रविन्द्र अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-107 में परिजनों के साथ रहते हैं। उन्होंने 2009 में गोमतीनगर के विरामखंड में रहने वाली शुभ्रा से प्रेम विवाह किया था। बृजनंदन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने सोमवार रात को मां और पत्नी शुभ्रा के साथ खाना खाया। इसके बाद उनकी पत्नी चार माह की बेटी अद्विका को लेकर कमरे में सोने चली गई। उसने कमरे के दरवाजे की कुंडी अंदर से बंद कर ली थी। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे बृजनंदन तिवारी ने दरवाजा खटखटाया।
'...तुमको मुक्त कर दिया'
दरवाजा खोलते ही शुभ्रा ने उनसे कहा कि मैंने तुमको मुक्त कर दिया। मैंने अद्विका का मुंह दबाकर हत्या कर दी है। यह सुन कर बृजनंदन तिवारी स्तब्ध रह गए। उन्होंने बच्ची को देखा तो उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। वह आनन-फानन में अद्विका को गोमतीनगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बृजनंदन बेटी अद्विका को लेकर घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में घर पहुंची पुलिस टीम ने शुभ्रा को पकड़ लिया।
अवसाद में थी शुभ्रा
सीओ गाजीपुर अमित कुमार के मुताबिक आरोपित ने पूछताछ में बेटी की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है। शुरुआती जांच में यही सामने आया है कि अवसाद के कारण शुभ्रा ने यह कदम उठाया। उसका इलाज भी चल रहा था। सीओ का कहना है कि पुलिस उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों से भी सलाह लेगी कि शुभ्रा अवसाद में है या नहीं। साथ ही ये भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि अवसाद में है तो उसका कारण क्या है।
शादी के नौ साल बाद पैदा हुई थी बच्ची
बृजनंदन ने बताया कि शादी के नौ साल बाद शुभ्रा को बच्ची अद्विका हुई थी। इससे पहले उसके तीन गर्भपात हो चुके थे। एक बार तो मायके में सात माह का गर्भपात हो गया था। बृजनंदन ने पुलिस को बताया कि शुभ्रा बार-बार यही कहती थी कि वह बच्ची का पालन पोषण नहीं कर पाएगी। उसका गला दबा कर मार देगी।