“राखी विद खाकी” के लिए बिलासपुर पुलिस का नाम दर्ज हुआ गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में

“राखी विद खाकी” के लिए बिलासपुर पुलिस का नाम दर्ज हुआ गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में

बिलासपुर
रक्षाबंधन के मौके पर बिलासपुर एसपी आरिफ शेख की अनूठी पहल “राखी विद खाकी” ने वाकई में नायाब कीर्तिमान रच दिया है। बिलासपुर शहर और बिलासपुर पुलिस की ये कोशिश गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गयी है। आज गिनीज बुक आफ रिकार्ड्स की तरफ से प्रमाण पत्र बिलासपुर पुलिस को सौंपा गया। आपको बता दें कि महिला के प्रति होने वाले अपराधों पर रोक और उनमें शांति और सुरक्षा के प्रति भरोसा बढ़ाने के  लिए बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाए गए राखी विद खाकी कैम्पेन में 50 हजार से अधिक लोगों ने सेल्फी खींची थी।

आज के इस कार्यक्रम में बिलासपुर आयुक्त  टी सी महावर ,बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता एवम बिलासपुर कलेक्टर  पी दयानन्द एवम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  विजय अग्रवाल मौजूद थे। कार्यक्रम में इस अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने वाले भारत माता स्कूल की टीम ,महिला महाविद्यालय की। टीम महिला समूहों एवम समाजसेवी संगठन को भी सम्मानित किया गया।

बिलासपुर एसपी आरिफ शेख ने बताया कि राखी के अवसर पर महिलाओं में सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए ये  अनूठा अभियान शुरू किया था। इस अभियान का बहुत ही शानदार नतीजा देखने को मिला पुलिस जवानों व अफसरों के साथ बहनों ने 50033 सेल्फियां भेजी, ये वर्ल़्ड रिकार्ड है। आरिफ शेख ने कहा कि

“ये अभियान रिकार्ड बनाने के मकसद से नहीं शुरू किया था, प्रयास ये था कि बहनों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े, उनमें सुरक्षा की भावना जगे, लेकिन इस  “राखी विद खाकी” के पोस्टर के साथ सेल्फी देखते ही देखते पूरे शहर के लिए एक अभियान सा बन गया..अब अच्छा लग रहा है कि बिलासपुर पुलिस की ये पहल वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गयी है”

रक्षा बंधन के दिन कॉलेज की छात्राओं, महिलाओं, युवतियों एवं बच्चियों ने पुलिस के जवानों, “एक भाई भी ऐसा भी है” तथा “राखी विद खाकी” के पोस्टर के साथ सेल्फी ली थी। अभियान का उद्देश्य यह बताना था कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है।  यह एक ऐसी मुहिम थी जिसमें पुलिस ने महिलाओं और छात्राओं को भय से दूर करने में उल्लेखनीय पहल की। यह अभियान पुलिस के संकल्प सुरक्षा और शांति को लोगों तक पहुंचाया। अभियान के तहत ली गई सेल्फी की कुल संख्या 50033 थी, जिसने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बना ली। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के वरिष्ठ कार्यक्रम संयोजक प्रभुजोत सिंह सोढ़ी ने आज बिलासपुर पुलिस बल को गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड का यह प्रमाण पत्र सौंपा।