रेप का है आरोप, शेल्टर होम से गायब बच्चियों को ढूंढने के लिए खुदाई शुरू

मुजफ्फरपुर
 
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन शोषण का विरोध करने पर बालिका गृह की किशोरी की हत्या कर छिपाए शव को तलाशने का काम सोमवार को शुरू हुआ। आज दोपहर जेसीबी से बालिका गृह परिसर की खुदाई शुरू हुई। कहा जा रहा है की परिसर में एक बच्ची का शव गड़ा हुआ है। इसका खुलासा एक बच्ची के बयान से हुआ है। उसने जांच के दौरान कहा कि परिसर में शव गाड़ा गया है।  आरोप है कि बच्ची की प्रताड़ना से मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके शव को परिसर में ही गाड़ दिया गया था।

इससे पहले, बालिका गृह में यौन उत्पीड़न कांड के सामने आने के बाद से जारी जांच में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक इस गृह से एक बच्ची के गायब होने का मामला सुर्खियों में था, लेकिन जांच आगे बढ़ी तो गायब लड़कियों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।

मारपीट से एक की मौत के बाद उसके शव को बालिका गृह परिसर में ही दफना दिए जाने का बयान पीड़िताओं की ओर से आने के बाद शुरू हुई जांच के क्रम में इन आधा दर्जन लड़कियों के गायब होने का मामला खुला है। वर्ष 2013 से 18 के बीच ये बालिका गृह से गायब हुईं, जिसका कहीं कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। बालिका गृह के रिकॉर्ड में इन्हें भगोड़ा बताकर प्रबंधन ने अपने दायित्व की इतिश्री कर ली है। उनके भागने की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई। अब पुलिस ने अलग-अलग बिन्दुओं पर तफ्तीश शुरू की है।  

दूसरी तरफ, इस पूरे मामले को लेकर आरजेडी के कार्यकारी प्रमुख तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार शेल्टर होम में बच्चियों की सुरक्षा करने में नाकाम रही। साथ ही उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की।