विधानसभा चुनाव में 30 फीसदी नये चेहरों को कांग्रेस देगी टिकट: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस के तेवर आक्रामक हो गए हैं. कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान समिति के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में कहा कि कांग्रेस प्रदेश में सीएम का चेहरा घोषित करेगी या नहीं, यह पार्टी का अंदरुनी मामला है. सिंधिया ने कहा कि सीएम का चेहरा घोषित करने को लेकर पार्टी की अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नीतियां होती है.

सिंधिया ने कहा कि चुनाव में टिकट को लेकर कई पैमाने तैयार किए जाते हैं. जीतने की क्षमता वाले नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतारा जाएगा. इस बार के चुनाव में कम से कम 30 फीसदी नए चेहरे उतारे जाएंगे, जिन्होंने विधायक का चुनाव नहीं लड़ा हो. टिकट वितरण में उम्र का पैमाना तय करने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि उनकी पार्टी उम्र देखकर टिकट नहीं देगी. सिंधिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने सरताज सिंह, बाबूलाल गौर सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने जीवनभर संघर्ष किया, जिन्हें आज पार्टी ने किनारे कर दिया है.

सिंधिया ने प्रदेश में महिला हिंसा और दलित अत्याचार का जिक्र करते हुए कहा कि ग्वालियर, मंदसौर, भोपाल, इंदौर, सतना आदि शहरों में बेटियों और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाने वाली सरकार के राज्य में हर साल चार हजार दुष्कर्म की वारदातें हो रही है. सिंधिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में भारत को नारी के लिए सबसे असुरक्षित देश बताया गया है. प्रदेश में दलित आदिवासी और किसान परेशान हो रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और दलितों को जिंदा जलाया जा रहा है, लेकिन सीएम के मुंह से इन सबके विरोध का एक शब्द नहीं निकलता है.

कांग्रेस में कैपेन कमेटी, प्रदेश कमेटी और संगठन की चुनाव को लेकर अलग-अलग भूमिका और गुटबाजी को लेकर सिंधिया ने कहा कि लोग कांग्रेस में विभाजन करने के लिए लगे है, लेकिन कांग्रेस में सब एक है. उन्होंने कहा कि कभी राहुल गांधी और उन्होंने बीजेपी मुक्त भारत या बीजेपी मुक्त मध्यप्रदेश की बात कभी नहीं की है.