बिहार के नवादा में बिजली गिरने से 3 बच्चों समेत 8 की मौत, कई झुलसे

बिहार के नवादा में बिजली गिरने से 3 बच्चों समेत 8 की मौत, कई झुलसे

नवादा    
नवादा जिले के काशीचक थाना क्षेत्र के धानपुर गांव स्थित महादलित टोले में ठनका गिरने से तीन बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी, जबकि आठ लोग बुरी तरह से झुलस गये। घटना शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे की है। धानपुर गांव के कई लोग बधार में मवेशी चरा रहे थे। इसी बीच तेज आंधी के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गयी। इससे बचने के लिए सभी एक घने बरगद के पेड़ के नीचे खड़े हो गये। इसी दौरान पेड़ के ऊपर तेज गरज के साथ ठनका गिर गया, जिससे वहां मौजूद सभी लोग तड़पने लगे। यह देख आसपास के ग्रामीणों ने सभी को काशीचक पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने आठ लोगों को मृत घोषित कर दिया।

मृतकों में मिथिलेश मांझी के दो बेटे गणेश मांझी (15 वर्ष) व छोटू मांझी (8 वर्ष), छोटे मांझी का बेटा नीतीश मांझी (12 वर्ष), चौठी मांझी का बेटा रमेश मांझी (26 वर्ष), स्व. बालेश्वर मांझी का बेटा छोटू मांझी (15 वर्ष), मुकेश मांझी का बेटा मुन्नी लाल मांझी (9 वर्ष), नंदू मांझी का बेटा मोनू मांझी (15 वर्ष) व रामाधार मांझी का बेटा प्रवेश कुमार (10 वर्ष) शामिल हैं। जबकि घायलों में राकेश मांझी (12 वर्ष), गणेश मांझी (21 वर्ष), कुंदन मांझी (7 वर्ष), नंदन मांझी (14 वर्ष), नंदू मांझी (22 वर्ष), मुसरिया मांझी (15 वर्ष), अंकित मांझी (13 वर्ष) व कुम्हारा मांझी (9 वर्ष) शामिल हैं। मृतक और घायल सभी जिले के काशीचक थाने के धानपुर गांव के महादलित टोले के रहने वाले हैं। इनमें से हालत गंभीर होने पर राकेश मांझी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जबकि शेष घायलों का इलाज पीएचसी में किया जा रहा है।

घटना के बाद गांव से लेकर अस्पताल में कोहराम मच गया। पीएचसी में हर तरफ परिजनों के चीखने व चिल्लाने की आवाजें सुनाई दे रही थीं। नवादा सदर अनुमंडल के एसडीओ अनु कुमार ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला व लोगों से शांत रहने की अपील की। नवादा के एसपी हरि प्रसाथ एस ने बताया कि सदर एसडीपीओ विजय कुमार झा, वारिसलीगंज सर्किल इंस्पेक्टर व वारिसलीगंज थाने की पुलिस काशीचक गयी है।

काशीचक पीएचसी में एक साथ डेढ़ दर्जन घायलों के पहुंचने के बाद भारी अफरातफरी मच गयी। पीएचसी में मात्र छह बेड थे। कई मरीजों को इलाज के लिए जमीन पर चादर बिछाकर लिटाना पड़ा। पीएचसी में उस वक्त प्रभारी के अलावा एक दंत चिकित्सक मौजूद थे। जांच कर्मियों व एएनएम की मदद से घायलों का इलाज किया गया।

मृतकों के परिजनों ने पीएचसी में मुआवजे को लेकर काफी देर तक हंगामा किया। वे लोग मुआवजा लिए बिना शव को उठाने नहीं दे रहे थे। मौके पर पहुंचे सदर एसडीओ ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। एसडीओ द्वारा पारिवारिक लाभ के बीस हजार व कबीर अंत्येष्टि के तीन हजार रुपये दिये जा रहे थे, लेकिन परिजन उसे लेने से इनकार कर रहे थे। हालांकि बाद में परिजन मान गए।