khemraj morya
शिवपुरी। नगर पालिका में ठेकेदार फर्म मंगल पाईप एण्ड सेनेट्री द्वार्र 9 लाख 84 हजार रूपए कीमत की फिनोलैक्स कम्पनी की नकली केबल सप्लाई घोटाले के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। ठेकेदार गिर्राज मंगल ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि जिस केबल को नकली बताया जा रहा है उसकी सप्लाई उसके द्वारा नहीं की गई है। फिर सवाल यह है कि ठेकेदार के नाम से किन प्रभावशाली लोगों ने नकली केबल की सप्लाई की है। ठेकेदार के अनुसार उसके द्वारा मई 2018 के बाद कोई केबल सप्लाई नहीं की गई। विदित हो कि उक्त केबल फिनोलैक्स कम्पनी की लेबोरेटरी मेें नकली पाई गई थी। अमानक केबल पाए जाने के बाद बाले बाले उसे नगर पालिका से उठाने की कोशिश भी की गई थी, जिसे नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और सीएमओ राय ने सफल नहीं होने दिया। इस मामले में एक ओर जहां नगर पालिका कार्रवाई के मूड़ में है वहीं सूत्रों के अनुसार फिनोलैक्स कम्पनी भी कॉपीराईट उल्लंघन के आरोप में संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 के लिए केबल सप्लाई का ठेका विलो रेट में मंगल पाईप एण्ड सेनेट्री द्वारा लिया गया था। ठेके की शर्ताे के अनुसार फर्म को फिनोलैक्स कम्पनी की केबल सप्लाई करनी थी। लेकिन बताया जाता है कि संबंधित फर्म ने ठेेके मेंं बाजार से भी कम रेट पर दर डाले थे। ये केबल नगर पालिका के बोरों में डाली गई। नगर पालिका के शहर में लगभग 500 ट्य्रूबवेल हैं, जिनके माध्यम से मोहल्ले और कॉलोनियों में पेयजल सप्लाई किया जाता है। इन बोरों में डाली जाने वाली मोटर एवं केबल की नगर पालिका द्वारा टेंडर बुलाकर की जाती है। बताया जाता है कि बोरों की केबल आए दिन फुकने लगी और केबल फुकने के कारण मोटरे भी बस्ट होने लगी। नगर पालिका प्रशासन ने जब केबल और मोटर डालने वाले संबंधित ठेकेदारों से इसका कारण पूछा तो उन्होंने केबल नकली होने की आशंका व्यक्त की। नगर पालिका अधिकारियों ने बताया कि उक्त फर्म द्वारा 40 लाख की केबल सप्लाई की गई तथा बाद में 5 हजार मीटर 6 एमएम की जिसका मूल्य 7 लाख 35 हजार रूपए तथा 1700 मीटर 4 एमएम की जिसका मूल्य 2 लाख 49 हजार रूपए है, का ऑर्डर संबंधित फर्म को दिया गया। उक्त केबल जब नगर पालिका में आई तो सीएमओ राय ने उसका परीक्षण करने के लिए केबल का कुन्ना काटकर सेम्पल लेबोरेटरी में भेज दिया। बताया जाता है कि लेबोरेटरी में उक्त केबल अमानक स्तर की पाई गई तथा फिनोलैक्स कम्पनी ने कहा कि यह केबल उनकी नहीं है तथा केबल पर कम्पनी की फर्जी सील लगाकर सप्लाई की गई है। बताया जाता है कि उक्त दिल्ली मेड नकली केबल सप्लाई कर दी गई। जिसके कारण केबल आए दिन फुंक रहीं थी और मोटरे बस्ट हो रही थी। इसके बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीपी राए ने संबंधित ठेकेदार को नोटिस भेजकर उन्हें बताया कि उनके द्वारा नकली केबल सप्लाई की गई है। लेेकिन ठेकेदार ने इंकार किया कि उक्त केबल उनके द्वारा सप्लाई नहीं की तथा उन्होंने मई के बाद कोई केबल सप्लाई नहीं की। ठेकेदार का कहना है कि नगर पालिका के गठजोड़ से उनके नाम का गलत इस्तेमाल कर केबल सप्लाई की गई है। उधर नगर पालिका ने संबंधित फर्म की अमानत राशि जप्त करने के आदेश दे दिए हैं।
मेरा भुगतान नहीं हुआ मैं क्यूं करूंगा केबल सप्लाई : ठेकेदार
मंगल पाईप एण्ड सेंनेट्री के संचालक मोहन मंगल के सुपुत्र गिर्राज मंगल ने इस संवाददाता से चर्चा करते हुए कहा कि उक्त केबल उनके द्वारा सप्लाई नहीं की गई। उन्होंने स्वीकार किया कि केबल सप्लाई का टेंडर उनकी फर्म के नाम स्वीकृत है। लेकिन उन्होंने अंतिम बार मई 2018 में सप्लाई की थी। नगर पालिका ने जुलाई 2018 में उन्हेें सप्लाई के लिए ऑर्डर दिया था। लेकिन उन्होंने केबल नहीं दी। इसका कारण यह है कि नगर पालिका ने उनका पिछला 17 लाख का भुगतान ही अभी तक नहीं किया तो ऐसी स्थिति में हम क्यों केबल सप्लाई करते। ऐसी आशंका है कि उनके नाम का दुरूपयोग कर नगर पालिका के कुछ प्रभावशाली लोगों ने यह सप्लाई की है। हमारे पास सीएमओ राय ने नोटिस भेजा था और नोटिस मेें कहा गया था कि आपने नकली केबल दी है इसे आप नगर पालिका से उठवाएं। लेकिन हमने जबाव दे दिया कि हमारे द्वारा कोई सप्लार्ई नहीं की गर्ई।
इनका कहना है-
केबल सप्लाई करने वाली फर्म को ब्लैक लिस्टेट करने की कार्रवाई की जा रही है। जिस कम्पनी की फर्जी सील लगाई गई है। वह भी संबंधित ठेकेदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए। अब नगर पालिका उस फर्म से केबल सप्लाई नहंीं करेंगे।
सीपी राय सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी
10 लाख की नकली केबल सप्लाई करना शिवपुरी की जनता के गाढे पसीने की कमाई का दुरूपयोग है। इस मामले में नगर पालिका द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस घोटाले में जो-जो भी लिप्त होगा। चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर पालिका विधि विशेषज्ञों से सलाह ले रही है कि क्या इस मामले में एफआईआर कायम की जा सकती है। जहां तक ठेकेदार का यह कहना कि उसके स्थान पर किसी अन्य ने सप्लाई कर दी तो ठेकेदार को ऐसे लोगों को पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। प्रथम दृष्टि में तो इस मामले में केबल सप्लाई करने वाले फर्म मंगल पाईप एण्ड सेंनेट्री ही दोषी नजर आ रही है। उसे अपने आप को निर्दोष साबित करना होगा।
अनिल शर्मा अन्नी नपा उपाध्यक्ष शिवपुरी
गलत काम करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा
मुन्नालाल कुशवाह नगर पालिका अध्यक्ष