केंद्र देश में एक समान राइट टू हैल्थ एवं राइट टू सोशल सिक्योरिटी लागू करें: CM गहलोत
स्वस्थ और शिक्षित नागरिक ही करते हैं उन्नत राष्ट्र का निर्माण: मुख्यमंत्री
भारती विद्यापीठ, पुणे का 60वां स्थापना दिवस समारोह
मेडिकल कॉलेज विस्तार भवन का शिलान्यास
राजस्थान की जनकल्याणकारी योजनाओं की देशभर में हो रही सराहना
केंद्र देश में एक समान राइट टू हैल्थ एवं राइट टू सोशल सिक्योरिटी लागू करें
जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार का स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान है क्योंकि स्वस्थ और शिक्षित नागरिक ही उन्नत राष्ट्र का निर्माण करते हैं। इन दोनों ही क्षेत्रों में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की देशभर में सराहना हो रही है। स्वास्थ्य का अधिकार तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपए तक के निःशुल्क इलाज से राज्य का स्वास्थ्य ढांचा मजबूत हुआ है तथा शिक्षा के अधिकार कानून के तहत बारहवीं कक्षा तक निःशुल्क शिक्षा महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल, अनुप्रति कोचिंग योजना और राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस जैसे निर्णय युवाओं को बेहतरीन शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं।
श्री गहलोत बुधवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले में भारती विद्यापीठ पुणे के 60वें स्थापना दिवस समारोह एवं मेडिकल कॉलेज विस्तार भवन के शिलान्यास के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज के विस्तार भवन की आधारशिला रखी और इंजीनियरिंग कॉलेज के सभागार का डिजिटल उद्घाटन महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष श्री राहुल नरवेकर ने किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री गहलोत ने भारती विद्यापीठ के संस्थापक स्व. पतंगराव कदम के व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि नौजवान पीढ़ी के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में 5 साल में हुआ अभूतपूर्व विकास
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार षिक्षा के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पित है। बेहतर शिक्षा के लिए हरसम्भव प्रयास और नवाचार किए जा रहे हैं। प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, ट्रिपल आईटी, निफ्ट, एनआईए, आरयूएचएस, लॉ, एग्रीकल्चर, स्पोर्ट्स एवं पुलिस यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हो चुके हैं। साथ ही, अब प्रदेश में विश्वविद्यालयों की संख्या 92 हो गई है। पिछले चार वर्षों में ही 303 नए महाविद्यालय खोले जा चुके हैं। इनमें 130 गर्ल्स कॉलेज भी शामिल हैं। अब प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना में 500 विद्यार्थियों को विदेश में निःशुल्क शिक्षा जैसे नवाचारों से राज्य में शिक्षा का स्वरूप बदल गया है। इसके अतिरिक्त अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत 30 हजार युवाओं को निःशुल्क कोचिंग करवाई जाती है, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिए बेहतरीन अवसर मिल रहे हैं। श्री गहलोत ने कहा कि वर्तमान समय में अंग्रेजी भाषा के महत्व को समझते हुए राजस्थान सरकार द्वारा महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले गए हैं, जिनमें विद्यार्थी अंग्रेजी भाषा में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
पहला सुख निरोगी काया ही प्राथमिकता
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पहला सुख निरोगी काया के मूलमंत्र पर जोर देते हुए कहा कि लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होगा तो देश का हैप्पीनेस इंडेक्स भी ठीक होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से आमजन को महंगे इलाज की चिंता से मुक्ति मिली है। कानून बनाकर स्वास्थ्य का अधिकार देने वाला राजस्थान देष का इकलौता राज्य है। इससे आमजन को हर परिस्थिति में इलाज मिलना सुनिष्चित हुआ है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है। 25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा तथा सरकारी अस्पतालों में सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क मिलने से स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च शून्य हो गया है।
राजस्थान में सोशल सिक्योरिटी पर भी फोकस
श्री गहलोत ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को जीवन जीने की न्यूनतम आवश्यकता की पूर्ति के लिए राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना लागू की गई, जिसके तहत न्यूनतम 1000 रुपए पेंशन दी जा रही है। राज्य के कर्मचारियों को सुरक्षित भविष्य देने के लिए आलोचनाओं के बावजूद ओल्ड पेंशन स्कीम भी राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई।
केन्द्र भी सोशल सिक्योरिटी एवं राइट टू हैल्थ कानून देश में लागू करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृृत्व में शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा, सूचना का अधिकार तथा रोजगार की गारंटी जैसे कानून बनाकर देश के नागरिकों को मजबूत किया गया। उसी तरह वर्तमान केन्द्र सरकार को भी देश में एक समान राइट टू सोशल सिक्योरिटी और राइट टू हैल्थ कानून लागू करना चाहिए। श्री गहलोत ने भारती विद्यापीठ संस्थान के शिक्षकों और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशा व्यक्त की कि संस्थान भविष्य में भी इसी तरह उन्नति के पथ पर अग्रसर होता रहेगा।
इस अवसर पर श्री गहलोत ने भारती विद्यापीठ के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को डॉ. पतंगराव कदम सेवा गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया और विभिन्न विधाओं में मेधावी छात्रों को भी पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में भारती विद्यापीठ के कुलाधिपति माननीय डॉ. शिवाजीराव कदम, प्रो वाइस चांसलर और सचिव डॉ. विश्वजीत कदम, कुलाधिपति डॉ. विवेक साओजी सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न पदाधिकारी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।