जांच को भी गच्चा दे रहा है, डेंगू नेचर बदलकर कर रहा है अटैक
भोपाल। डेंगू नेचर बदलकर अटैक कर रहा है, जिससे वह जांच को भी गच्चा दे रहा है। ऐसे में डेंगू निगेटिव आने के बाद भी मरीज की तेजी से प्लेटलेट्स गिर रही है। इन दिनों अस्पतालों में ऐसे कई केस आ रहे हैं जिनमें डेंगू रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन प्लेटलेट काउंट 25 हजार के नीचे मिल रहा है। डेंगू के बदले नेचर को लेकर डाक्टर भी गफलत में है। ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढऩे की वजह से डाक्टर अब इनका ट्रीटमेंट डेंगू लाइक इनलेस मानकर कर रहे हैं। मरीजों का इलाज डेंगू की गाइडलाइन से ही किया जा रहा है। बिना डेंगू के गिर रहे प्लेटलेट्स की वजह वायरल फीवर को भी माना जा रहा है, लेकिन डाक्टर का कहना है कि वायरल फीवर में प्लेटलेट्स गिरते है पर ज्यादा नहीं, इसलिए खतरे की बात नहीं रहती। लगातार प्लेटलेट्स गिरने पर मरीज का इलाज डेंगू संदिग्ध मानकर ही किया जाता है। कुछ मामलों में दूसरी जांच में भी निगेटिव ही रिपोर्ट आ रही है, इससे मरीजों के ट्रीटमेंट को लेकर परेशानी हो रही है। डेंगू के मामलों में इजाफा हो रहा है। इस बुखार की चपेट में बुजुर्गों से लेकर बच्चे आ रहे हैं, अब तक जिले में डेंगू पाजिटिव मरीजों की संख्या बढक़र 766 हो गई है।
डेंगू की रिपोर्ट निगेटिव है और फिर भी प्लेटलेट्स कम
चिकित्सकों का कहना है कि अगर डेंगू की रिपोर्ट निगेटिव है और फिर भी प्लेटलेट्स कम हैं तो इसका कारण वायरल बुखार भी हो सकता है। वायरल फीवर कुछ मामलों में मरीज के बोन मैरो पर भी असर कर सकता है। इस वजह से प्लेटलेट्स की मात्रा कम हो सकती है। सामान्य व्यक्ति में प्लेटलेट्स का लेवल 1.5 लाख से 4 लाख के आसपास रहता है, डेंगू या वायरल बुखार के मामलों में ये एक लाख से नीचे जा सकता है। खतरा तब होता है जब प्लेटलेट्स 20 हजार से कम हो जाती है।
डेंगू की रोकथाम के लिए निर्देश
प्रदेश में डेंगू की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निजी अस्पतालों से प्रतिदिन रिपोर्ट मंगाई जाए। इसके लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही डेंगू की रोकथाम के लिए आईएमए का भी सहयोग लिया जाए और प्लेटलेट्स के लिए ब्लड बैंकों के संचालकों के साथ बैठक की जाए। विकित्सकों को कहना है कि डेंगू और वायरल बुखार दोनों का संक्रमण खतरनाक हो सकता है। कमजोर इम्युनिटी वालों में इन बीमारियों का रिस्क अधिक होता है। छोटे बच्चे वायरल बुखार की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। बच्चों को बताएं कि वे हाथ धोकर खाना खाएं और पूरी बाजू के कपड़े पहने। कोशिश करें कि घर में सफाई रखें और आसपास पानी जमा न हो। इन चीजों का पालन करके डेंगू और वायरल बुखार दोनों से ही बचाव किया जा सकता है।