मप्र की 83 वर्षीय चित्रकार जोधइया बाई को मिलेगा पद्मश्री पुरष्कार

मप्र की 83 वर्षीय चित्रकार जोधइया बाई को मिलेगा पद्मश्री पुरष्कार

भोपाल। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा कर दी गई है। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले की रहने वाली जोधईया बाई और जबलपुर डॉ एमसी डाबर को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है।

जोधईया बाई को कला के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार मिला
चित्रकार 83 वर्षीय जोधईया बाई को कला के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार मिला है। 67 वर्ष की उम्र में जनगण तस्वीर खाना के संस्थापक आशीष स्वामी की देखरेख में जोधईया बाई ने चित्रकारी सीखना चालू किया था। उनके द्वरा बनाई गई पेंटिंगों की पेरिस, मिलान इटली, फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका और जापान आदि देशों में प्रदर्शनी लग चुकी है।

राष्ट्रपति के हाथों से नारी शक्ति पुरस्कार भी मिल चुका है

जोधईया बाई पुरानी भारतीय परंपरा में देवलोक, भगवान शिव और बाघ की अवधारणा सहित पर्यावरण और वन्य जीवन के महत्व पर आधारित चित्र बनाती हैं। बता दें कि साल 2022 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन उनको राष्ट्रपति के हाथों से नारी शक्ति पुरस्कार भी मिल चुका है।

डॉ एमसी डाबर 51 साल से कर रहे सेवा एते हैं 20 रुपये फीस

वहीं जबलपुर के डॉ एमसी डाबर को भी पद्मश्री सम्मान मिला है। डॉक्टर डॉबर 51 साल से सेवा कर रहे हैं। वो आर्मी में भी डॉक्टर रह चुके हैं। पहले वो 2 रूपए में लोगों का इलाज करते थे। आज की तारीख में 20 रूपए में इलाज कर रहे हैं। वो कभी छुट्टी नहीं लेते हैं। वहीं डॉक्टर एमसी डावर को पद्मश्री मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई दी है।

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