मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड और टाटा स्ट्राईव के बीच हुआ एमओयू
भोपाल, स्थानीय युवाओं विशेषकर महिलाओं को आतिथ्य, सत्कार और संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षित करने और रोजगार के बेहतर अवसर दिलाने के लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड भोपाल द्वारा इण्डियन होटल कम्पनी लिमिटेड (आईएचसीएल), ताज ग्रुप और कौशल प्रशिक्षण कार्य के लिए उनकी सहयोगी संस्था टाटा स्ट्राईव के साथ एमओयू किया गया। टूरिज्म बोर्ड के रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन में महिलाओं के कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के लिए विशेष पहल प्रारंभ की जा रही है। पहल के प्रारंभिक चरण में ग्वालियर और आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं को आतिथ्य एवं सत्कार के क्षेत्र में बाजार की माँग के अनुरूप विभिन्न जॉब-रोल्स रूम अटेंडेंट, फूड एंड बेवरेज सर्विसेस, कुक, फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट, हाऊस कीपिंग, सिक्योरिटी गार्ड आदि में 3 से 5 माह की लघु अवधि का प्रशिक्षण और ऑन द जॉब प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर की उपस्थिति में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं टाटा स्ट्राईव के प्रतिनिधियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शेखर शुक्ला ने टूरिज्म बोर्ड की ओर से और टाटा स्ट्राईव से श्री अमेय वंजारी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्री पुनीत छतवाल, संचालक-कौशल डॉ. मनोज कुमार सिंह, एरिया डायरेक्टर (उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश एवं उत्तराखण्ड), जनरल मैनेजर ताज लेक फ्रंट, भोपाल सुश्री कनिका हसरत सहित आतिथ्य एवं सत्कार क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि आतिथ्य एवं सत्कार क्षेत्र में महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी होने से न केवल महिलाएँ आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेगी, वहीं पर्यटन-स्थलों पर देश एवं विदेशों से आने वाली महिला पर्यटक में सुरक्षा-बोध बढ़ेगा। महिला पर्यटक पर्यटन-स्थलों पर निर्भीक होकर पर्यटन का सुखद अनुभव प्राप्त कर सकेगी। साथ ही देश एवं विदेश में प्रदेश को पर्यटन के लिए और अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
कौशल प्रशिक्षण के पश्चात महिलाओं को ताज ग्रुप के होटल्स में नियोजित (प्लेसमेंट) किया जायेगा। ताज ग्रुप का हेरिटेज होटल उषा किरण पैलेस, ग्वालियर प्रदेश ही नहीं अपितु देश का पहला ऐसा होटल होगा, जहाँ सिक्योरिटी, गार्ड से लेकर मैनेजर स्तर तक समस्त व्यवस्थाओं को महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा और महिलाओं द्वारा संचालित पहले होटल का दर्जा प्राप्त होगा।