पुराने वाहनों के पीयूसी सर्टिफिकेट की होगी जांच, पेट्रोप पंपों पर खुलेंगे पीयूसी जांच केंद्र

भोपाल। राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने पुराने वाहनों के पीयूसी (पाल्यूशन अंडर कंट्रोल) सर्टिफिकेट की जांच करने के निर्देश दिए हैं, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में कमी लाई जा सके। इसके लिए पुलिस विभाग के अधिकारियों को दोपहिया और चारपहिया समेत अन्य वाहनों के पीयूसी सर्टिफिकेट जांचने के लिए निर्देशित किया है। इसके साथ ही सभी पेट्रोल पंपों पर अनिवार्य रुप से पीयूसी केंद्र खोलने के निर्देश भी दिए।
शहर में निरंतर वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ रहा
बता दें कि ठंड का सीजन शुरू होने के साथ शहर में निरंतर वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ रहा है। इसका कारण सडक़ों पर उड़ती धूल, निर्माण कार्य और वाहनों से निकलने वाला जहरीला धुंआ है। इसको लेकर सोमवार को संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने कलेक्टर के साथ अन्य अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इसमें अधिकारियों से दूषित वायु के स्तर को सुधारने के लिए त्वरित कार्य योजना बनाकर तत्काल अमल करने को कहा था। इसके लिए नगर में पीयूसी जांच यूनिट की संख्या बढ़ाने और भोपाल की सभी सीमाओं से गुजरने वाले वाहनों के प्रदूषण स्तर की जांच अनिवार्य करने के निर्देश किए थे। जिसके बाद मंगलवार को कलेक्टर ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
फुल टैंक पर पीयूसी सर्टिफिकेट नि:शुल्क
कलेक्टर ने शहर के बिगड़ते एक्यूआई स्तर को देखते हुए एवं उसमे सुधार के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम, आरटीओ, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पुलिस को वाहनों के प्रदूषण स्तर की जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन वाहनो का पीयूसी न हो, उन पर चालानी कार्रवाई के निर्देश भी दिए। इसी के साथ उन्होंने चारपहिया वाहन को फुल टैंक ईंधन भराने पर पेट्रोल पम्प संचालक वाहन की मुफ़्त पीयूसी करने की सुविधा प्रदान करेगा।