मुख्य सचिव ने राज्य मे कोयला आपूर्ति और बिजली उत्पादन से संबंधित मुद्दों पर केन्द्रीय कोयला सचिव से की चर्चा

मुख्य सचिव ने राज्य मे कोयला आपूर्ति और बिजली उत्पादन से संबंधित मुद्दों पर केन्द्रीय कोयला सचिव से की चर्चा

जयपुर। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा और अतिरिक्त मुख्य सचिव (समन्वय) और मुख्य आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह ने केन्द्रीय कोल मंत्रालय के सचिव श्री अमृत लाल मीना से मुलाकात कर केन्द्र और राजस्थान के बीच कोयला आपूर्ति और बिजली उत्पादन से संबंधित लंबित मुद्दो पर चर्चा की।

नई दिल्ली के शास्त्री भवन में सोमवार को आयोजित बैठक में राजस्थान में आगामी गर्मी के सीजन में आमजन तक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कोयला आपूर्ति करने का आग्रह किया। 

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय सचिव से फोन पर की वार्ता-
इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने फ़ोन पर राजस्थान के बिजली संकट पर केंद्रीय सचिव से बातचीत की। वार्ता के उपरांत केंद्रीय कोयला सचिव ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राजस्थान की वास्तविक समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कोयला आपूर्ति के सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा।

श्रीमती उषा शर्मा ने बताया कि राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड को कोयले की आपूर्ति पर्याप्त नहीं होने के कारण कॉल स्टॉक हेतु कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान में गर्मी की वजह से विद्युत की मांग बढ़ी हुई है और पर्याप्त कोयले की अनुपलब्धता के कारण विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के विद्युतगृहों में कोयले की कमी से परिचालन में व्यवधान हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरुप राज्य को भविष्य में गंभीर बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। 

मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव ने केंद्रीय कोयला सचिव को बताया कि राजस्थान में कोल इंडिया लिमिटेड से जुडे तापीय विद्युत ग्रहों में आवश्यक कोयले की कमी के कारण आगामी गर्मी के सीजन में विद्युत उत्पादन में दिक्कत आ सकती है इसलिए एतिहात के तौर पर और अपेक्षित मांग की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कोयला उपलब्ध करवाना अति आवश्यक है।

श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि मुलाकात के दौरान केंद्रीय कोयला सचिव ने कहा कि मुख्य सचिव राजस्थान सरकार द्वारा दिए गए सुझावों पर हम काम कर रहे हैं जल्द ही न्यायोचित निर्णय लेकर राजस्थान में कोयले की वजह से उत्पन्न होने वाले संभावित विद्युत संकट के निवारण के लिए कार्य किया जाएगा।