निम्बाहेडा जिला चिकित्सालय में करवाए जा रहे 2 करोड़ रुपए की लागत के कार्य: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि निम्बाहेडा जिला चिकित्सालय में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत के रखरखाव और मरम्मत के कार्य करवाए जा रहे हैं साथ ही करीब 21 करोड़ रुपए की लागत का 100 बेड का नया विंग भी प्रस्तावित है।
चिकित्सा मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मानकों के अनुसार 70 फीसदी से अधिक मेटरनिटी बेड ओक्युपेंसी होने पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत किये जाते हैं।
इससे पहले विधायक श्रीचंद कृपलानी के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में प्रत्येक जिला चिकित्सालय में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र बनाये जाने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 24 जिला चिकित्सालयों,16 चिकित्सा महाविद्यालयों एवं 2 उप जिला चिकित्सालयों में कुल 42 मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र स्थित है। इनकी सूची उन्होंने सदन के पटल पर रखी।
सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिला चिकित्सालय निंबाहेड़ा का प्रसव भार 48.44 प्रतिशत है, जो निर्धारित 70 प्रतिशत से कम होने के कारण वर्तमान में यहाँ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत किया जाना विचाराधीन नहीं है।