90 का दशक कुछ पीढ़ियों के लिए खुशनुमा यादों का समय रहा है। भारतीय संगीत, टीवी और फिल्म उद्योग के लिए यह कई अद्भुत पलों का दशक था। -ज्ट के लोकप्रिय डांस शो हाई फीवर...डांस का नया तेवर के मौजूदा एपिसोड में 90 के दशक में बाॅलीवुड के सबसे आइकाॅनिक डांस नंबर्स को सम्मान दिया जायेगा। इन मधुर गानों के साथ अपने अनुभवों को याद करते हुये, हाई फीवर के जजेस अहमद खान और लारा दत्ता भी 90 के दशक की कुछ यादों में खो गये, जोकि उनकी जिंदगी का प्रमुख आकर्षण थीं।
अहमद ने उस समय की कई बातों को याद किया, जो उनके लिए यह एक अनूठा दशक था। मास्टर सरोज खान के साथ असिस्टेंट कोरियोग्राफर से शुरू करने से लेकर मुकुल आंनद के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर की पारी निभाने तक, 1991 ने उनकी जिंदगी को एक नया अर्थ दिया। यह वह युग था जिसने उन्हें एक कोरियोग्राफर, डायरेक्टर और डीओपी बनाया। यही नहीं उन्हें रंगीला के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। उन्होंने कहा, ‘‘90 के दशक ने मुझे कॅरियर, अवार्ड, खुशहाल शादी और मेरा खुद का घर दिलाया। वह दौर मेरी जिंदगी का हमेशा सबसे खास दौर रहेगा और मेरे दिल के बहुत करीब भी।‘‘
अतीत के लम्हों को याद करते हुये लारा ने भी नाइंटीज के अपनी पसंदीदा यादों को साझा किया। उन्होंने कहा, ‘‘90 का दशक मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण समय था क्योंकि उस समय में मैं 12-20 साल की उम्र की थी। उन्होंने अपने पड़ोसी घनिष्ठ मित्र के यहां जाने की बात बताई जिनके यहां वो सैटेलाइट टेलीविजन देखने के लिए जाती थीं। 1991 में 15 साल की उम्र में उनका पहला पोर्टफोलियो आया, ग्लैडरैग्स सुपरमाॅडल काॅन्टेस्ट में भी उन्होंने प्रवेश किया। वह गर्व से कहती हैं कि ‘‘मैं 1995 में 17 की उम्र में एक सुपरमाॅडल थी। मिस यूनिवर्स के बारे में लारा दत्ता ने कहा, ‘‘मैंने 1999 में अपना मिस इंडिया आवेदन वापस ले लिया ताकि सदी की मिस यूनिवर्स बन सकूं।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘ये कोई नहीं भूलेगा।‘‘
अपना पहला पे चेक प्राप्त करने से लेकर, विदेश के अपने पहले दौरे, और अपने पहले माॅडेलिंग कैबरे तक, 90 का दशक वास्तव में उनके लिए एक यादगार समय रहा है।