विधायक बनने के बाद जनता के बीच कम, फरार ज्यादा रहे कटारे
भोपाल, कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे एक बार फिर अपराधिक मामले में उलझ गए हैं।

राजधानी के पालीवाल अस्पताल के संचालक डॉ. जयप्रकाश पालीवाल की शिकायत पर पुलिस ने हेमंत कटारे उनके भाई समेत अन्य 20-25 लोगों पर बलवा एवं तोडफोड़ का केस दर्ज किया है। इसके बाद से कटारे एवं उनके साथी फरार बताए जा रहे हैं। इससे पहले भी कटारे दुष्कर्म के आरोपों के चलते लंबे समय तक फरार रहे हैं। कटारे के अपराधिक षड्यंत्रों में लगातार उलझने से कांग्रेस संगठन बेहद नाराज है, ऐसे में अगले चुनाव में उनका टिकट भी कट सकता है। भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हेमंत कटारे ने पिछले साल 13 अप्रैल को जीत दर्ज की थी। चार मई 2017 को विधानसभा में शपथ लेने के बाद से वे विधायक हैं। इसके बाद से वे लगातार विवादों में रहे हैं। पहले अटेर एसडीओपी इंद्रजीत सिंह भदौरिया का रेत माफिया से स्टिंग कराने को लेकर कटारे विवादों में आए। हालांकि इस घटना से कटारे की कोई लिंक होने से इंकार किया। इसके बाद गोहद पुलिस ने कटारे पर एसटी-एसटी मामले में कथित मामला दर्ज किया। हालांकि, कोर्ट के दखल के बाद इस प्रकरण से कटारे को अलग कर दिया गया। इसी साल 24 जनवरी को राजधानी में पत्रकारिता की छात्रा से ब्लैकमेलिंग को लेकर कटारे फिर विवादों में आए। करीब एक हफ्ते तक चले पुलिस जांच के बाद भोपाल पुलिस ने कटारे के खिलाफ दुष्कर्म एवं अन्य धाराओं का मामला दर्ज किया था। इसके बाद कटारे कई महीनों तक फरार रहे। वे अभी भी दुष्कर्म के मामले में फंसे हुए हैं, लेकिन हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक होने से राहत मिली हुई है। यह मामला निपटा नहीं, उससे पहले ही वे बलवा एवं तोडफोड़ के आरोप में फंस गए हैं। कटारे के इस तरह के रवैए से कांग्रेस संगठन बेहद नाराज है, खबर है कि यदि चुनाव से पहले कटारे दुष्कर्म एवं अन्य अपराधिक आरोपों से बरी नहीं होते हैं तो उनका टिकट कटना भी तय है।
सदन में नहीं पहुंचे कटारे
दुष्कर्म के केस में फंसने के बाद कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे विधानसभा के बजट एवं मानसून सत्र में सक्रिय नहीं दिखे। बजट सत्र के दौरान कटारे पूरे समय तक फरार रहे। मानसून सत्र दो दिन में समाप्त हो गया। वे इस सत्र में भी नहीं दिखे।
पुलिस कार्रवाई को लेकर
कोर्ट जाएंगे डॉ. पालीवाल
पुलिस द्वारा कटारे के खिलाफ कमजारे धाराओं के तहत प्ररकण दर्ज किया है। जिसको लेकर पालीवाल अस्पताल के संचालक डॉ. जयप्रकाश पालीवाल कोर्ट जाएंगे। उनका आरोप है कि कटारे एवं उनके गुर्गों ने उन्हें बंधक बनाया, धमकाया, लेकिन पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत केस दर्ज किया। इसको लेकर कोर्ट की शरण में जाएंगे।