भोपाल
केंद्र और प्रदेश सरकार एससी-एसटी वर्ग को सशक्त बनाने के लाख दावे करे लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्योरे के आंकड़े सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं। 2014 से 2016 के बीच अत्याचार के मामलों में एससी वर्ग पर 49.9 फीसदी और एससी वर्ग पर 15.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। शर्मिंदा करने वाले इन आंकड़ों के बीच इस वर्ग को अभी भी प्रताड़ झेलना पड़ रही है।
हाल ही में प्रदेश के शिवपुरी में जमीनी विवाद के चलते एक दलित कोटवार की सोमवार को 13 दबंगों ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी। गांव के सरकारी चौकीदार को मध्यप्रदेश में कोटवार कहते हैं।रामसेवक को कांग्रेस शासन के समय जमीन का पट्टा मिला था, जिस पर कब्जे का विवाद चल रहा था। दबंग उसकी भूमि को जोत रहे थे। इस विवाद के चलते हाईकोर्ट ने भी कोटवार के पक्ष में फैसला दिया था। अदालत के आदेश के बावजूद उसे स्वयं की जमीन का कब्जा नहीं मिल सका।
वही दूसरे में मामला भी शिवपुरी से जुड़ा है। यहां एक आरक्षित वर्ग के व्यक्ति के साथ दबंगों ने जमकर मारपीट की। इसके बाद उसके सिर की चमड़ी को धारदार हाथियार के काट दिया। दिल दहला देने वाली इस घटना में पुलिस ने इस मामले में तीन पर केस दर्ज किया है। इनमें गुर्जर समाज के तीन लोग शामिल हैं। जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया है। ये घटना 3 सितंबर की है। लेकिन पुलिस ने अबी तक इस मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं की है। ये मामले उस समय प्रकाश में आया जब शिवपुरी के बीएसपी जिला अध्यक्ष दयाशंकर गोतम ने एसपी को ज्ञापन देकर आरोपियोंं पर कार्रवाई की मांग की थी।